बांग्लादेशी घुसपैठिए अब दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु छोड़ कर देश के छोटे शहरों में घुस रहे हैं। ऐसा इन शहरों में सख्ती और बढ़ती महँगाई के चलते हो रहा है। इन घुसपैठियों की मदद के लिए एक पूरा नेटवर्क सीमा पर काम कर रहा है। यह सीमा पार करवाने से लेकर फर्जी कागज बनवाने तक संभालते हैं।
यह सारे खुलासे महाराष्ट्र के सांगली में पकड़े गए एक बांग्लादेशी घुसपैठिए से हुए हैं। सांगली पुलिस ने रात को गश्त के दौरान मोहम्मद आमिर नाम के एक बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ा। उससे जब पूछताछ की गई तो उसने दावा किया कि वह दिल्ली का रहने वाला है।
यह सिद्ध करने के लिए उसने अपनी जेब से कई सरकारी दस्तावेज भी निकाल कर दिखा दिए। हालाँकि, पुलिस इनसे संतुष्ट नहीं हुई। पुलिस को उसकी बोली पर शक हुआ। जब उससे गहन पूछताछ हुई तो पता चला कि वह एक बांग्लादेशी घुसपैठिया है।
वह सांगली के अलग-अलग लॉज में फर्जी दस्तावेज के सहारे रह रहा था। उसने इन दस्तावेज पर ₹20 हजार खर्च किए थे। उसके फोन की जाँच की गई तो पता चला कि वह असल में ढाका का रहने वाला है। यह भी पता चला है कि वह बांग्लादेश की एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है।
पता चला है कि वह त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश से भारत में घुसा था। त्रिपुरा में घुसने के बाद वह अगरतला पहुँचा और इसके बाद वह कोलकाता आ गया। यहाँ से वह महाराष्ट्र पहुँचा था। अब इस मामले की जाँच पुलिस के साथ ही महाराष्ट्र की ATS कर रही है।
उसने ATS की पूछताछ में भी कई बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया है कि भारत और बांग्लादेश सीमा पर पूरा एक नेटवर्क काम कर रहा है। यह नेटवर्क लोगों को बांग्लादेश से भारत में प्रवेश करवाने, उनके फर्जी कागज बनवाने, यहाँ तक कि उन्हें भारत में काम दिलाने का भी जिम्मा लेता है।
घुसपैठिए के नए खुलासों के चलते एजेंसियाँ अब बाकी ऐसे ही मामलों का पता लगाने में जुट गई हैं। गौरतलब है कि बीते कुछ समय से भारत भर में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बड़ा अभियान चल रहा है। दिल्ली में ही हाल में 7 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले बीएसएफ ने मेघायल और त्रिपुरा बॉर्डर पर कार्रवाई करते हुए 11 घुसपैठियों और 4 भारतीय सहायकों को पकड़ा था। इनमें से 7 बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं, तो 4 रोहिंग्या। इन्हें इन राज्यों के सीमावर्ती ग्रामीण इलाकों से रविवार (16 मार्च 2025) को पकड़ा गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएसएफ ने इस ऑपरेशन के दौरान 187 सेकंड हैंड मोबाइल फोन भी बरामद किए थे। मोबाइल फोनों की बरामदगी त्रिपुरा के सेपाहिजला जिले से हुई है। इनसे खुलासा हुआ था कि सीमा पार करवाने वाले घुसपैठिए ₹25 हजार तक में प्रति व्यक्ति को भारत प्रवेश करवाते हैं।