Friday, April 26, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाआतंकी अफजल गुरु की बरसी पर फिदायीन हमले की आशंका: अलर्ट जारी, घाटी में...

आतंकी अफजल गुरु की बरसी पर फिदायीन हमले की आशंका: अलर्ट जारी, घाटी में इंटरनेट बंद

पुलिस ने कहा कि प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन जेकेएलएफ से सम्बंधित संगठनों ने घाटी में आने वाले दिनों में हिंसा की घोषणा करते हुए पर्चे बाँटे हैं और वे एक गैरकानूनी संगठन के संदेशों और गतिविधियों का प्रचार कर रहे हैं।

वर्ष 2001 में संसद पर आतंकवादी हमले के आरोपित अफजल गुरु की बरसी पर जम्मू-कश्मीर में कुछ प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठनों ने बंद का ऐलान किया है, जिसके चलते घाटी में प्रशासन ने एक बार फिर से इंटरनेट व्यवस्था को बंद कर दिया है।

दरअसल यह फैसला संसद हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरू की बरसी की वजह से सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। अफजल गुरू की फाँसी की बरसी के चलते घाटी में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) ने बंद का ऐलान किया है। यह बंद 9 फरवरी और 11 फरवरी को बुलाया गया है। 11 फरवरी को नेशनल लिबरेशन फ्रंट के संस्थापक मकबूल भट्ट की भी बरसी है, जिसके चलते 11 फरवरी को इस बंद का ऐलान किया गया है। मकबूल भट्ट को 1984 में फाँसी पर लटकाया गया था।

रविवार फरवरी 09, 2020 सुबह पुलिस ने कश्मीर में हिंसा भड़काने और कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिशों के आरोप में प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ”पुलिस ने घाटी में हिंसा भड़काने और कानून-व्यवस्था को बाधित करने के जेकेएलएफ के प्रयासों को संज्ञान में लिया है।’’

पुलिस ने कहा कि प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन जेकेएलएफ से सम्बंधित संगठनों ने घाटी में आने वाले दिनों में हिंसा की घोषणा करते हुए पर्चे बाँटे हैं और वे एक गैरकानूनी संगठन के संदेशों और गतिविधियों का प्रचार कर रहे हैं।

ज्ञात हो कि अफजल गुरू को वर्ष 2001 में संसद पर हुए हमले का दोषी पाया गया था, जिसके बाद उसे फरवरी 09, 2013 को तिहाड़ जेल में फाँसी की सजा दी गई थी।

फिदायीन हमले की आशंका, अलर्ट जारी

जम्मू पठानकोट हाईवे पर सुरक्षा के यह बंदोबस्त खुफिया एजेंसियो के उस अलर्ट के बाद किए गए हैं, जिसमें कहा गया है, “पाकिस्तान समर्थित आतंकी 9 फरवरी के आस-पास जम्मू में फिदायीन हमला कर सकते हैं।”

केंद्र सरकार द्वारा घाटी में पिछले वर्ष आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35ए के कुछ प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया था, जिसके बाद घाटी के तमाम नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। यही नहीं, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के खिलाफ पीएसए के तहत केस दर्ज किया गया है।

निर्दोष अफजल गुरु को फाँसी किसने दी? राम मंदिर कौन बनवा रहा? – SC के खिलाफ JNU महिला नेता ने उगला जहर

बेचारा अफ़ज़ल गुरु निर्दोष निकला तो उसे वापस कौन लाएगा, ये न्याय का मज़ाक: आलिया की मम्मी

आतंकी अफजल के बेटे को भारतीय होने में शर्म, ‘आधार कार्ड सिर्फ फायदे के लिए करता हूँ यूज’

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इस्लामी-वामी फिलीस्तीन समर्थकों का आतंक देख US भूला मानवाधिकारों वाला ज्ञान, भारत के समय खूब फैलाया था प्रोपगेंडा: अमेरिका का दोहरा चरित्र बेनकाब

यूएस आज हिंसक प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन यही काम जब भारत ने देश में कानून-व्यवस्था बनाने के लिए करता है तो अमेरिका मानवाधिकारों का ज्ञान देता है।

स्त्री धन पर सिर्फ पत्नी का हक, पति या सुसराल वालों का नहीं: सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी, शख्स से कहा- बीवी को देने पड़ेंगे...

सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में साफ कहा है कि महिला का स्त्रीधन उसकी पूर्ण संपत्ति है. जिसे अपनी मर्जी से खर्च करने का उसे पूरा अधिकार है। इस स्त्री धन में पति कभी भी साझीदार या हिस्सेदार नहीं बन सकता।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe