कई बार झूठी खबरें चलाने वाले प्रोपेगेंडा पोर्टल ‘द वायर’ ने एक बार फिर लोकसभा चुनावों को लेकर एक फर्जी स्टोरी छापी है। द वायर ने दावा किया है कि 2024 लोकसभा चुनावों के पहले पाँच चरणों में 2019 की तुलना में वोटों की संख्या में भारी गिरावट हुई है। द वायर के इस लेख में चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में कुल वोटों की संख्या को लकर जारी किए गए आँकड़े के आधार पर चुनावों को लेकर फर्जी बातें कही गई हैं।
क्या है द वायर का दावा?
द वायर पर श्रावस्ती दासगुप्ता की ‘2019 के पाँच चरणों की तुलना में 2024 में करीब 19.4 करोड़ कम वोट पड़े’ (Compared to Five Phases in 2019, Nearly 19.4 Crore Less Votes Have Been Cast in 2024) शीर्षक वाली रिपोर्ट को 25 मई, 2024 को छापा गया है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2024 के चुनाव में पाँच चरणों तक 19 करोड़ वोट कम डाले गए हैं। द वायर ने दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनावो के पहले पाँच चरणों में 70.16 करोड़ वोट डाले गए थे जबकि 2024 के चुनाव में पाँच चरणों तक 50.7 करोड़ वोट ही डाले गए।
द वायर ने यह दावा चुनाव आयोग द्वारा शनिवार (25 मई, 2024) को जारी किए गए एक आँकड़े के आधार पर किए। इसमें चुनाव आयोग ने बताया है कि देश में लोकसभा चुनाव के पाँच चरणों में कितने वोट पड़े हैं।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए डाटा के अनुसार, देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11.00 करोड़ वोट पड़े, दूसरे चरण में 10.58 करोड़ वोट पड़े। इसी तरह तीसरे चरण में 11.32 करोड़ जबकि चौथे चरण में 12.24 करोड़ वोट पड़े और पाँचवे चरण में 5.57 करोड़ वोट पड़े। इस प्रकार पाँचों चरण में कुल 50.72 करोड़ वोट पड़े।
द वायर ने दावा किया कि 19 करोड़ वोटों की यह गिरावट तब आई है जब 2019 के मुकाबले वोटरों की संख्या बढ़ी है। द वायर ने बताया है कि 2019 में कुल वोटरों की संख्या 89.6 करोड़ थी जबकि इन चुनावों में कुल वोटरों की संख्या 96.8 करोड़ है।
द वायर के सारे दावे झूठ, मनगढ़ंत डाटा के आधार पर बना दी रिपोर्ट
द वायर ने भारतीय लोकतंत्र की साख पर बट्टा लगाने के लिए झूठे डाटा और दावों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार कर दी है। द वायर ने बिना आधिकारिक आँकड़ों का परीक्षण किए यह पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है, जिसमें रंच मात्र भी सच्चाई नहीं है।
द वायर का दावा है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के पहले पाँच चरणों में कुल 70.16 करोड़ वोट पड़े थे। असल में यह कोरा झूठ है। चुनाव आयोग का 2019 चुनाव को लेकर आधिकारिक आँकड़ा बताता है कि इस चुनाव में पूरे सातों चरणों में पड़े कुल वोटों की 61.46 करोड़ थी।
Extreme fake news by Wire
— Abhishek (@AbhishBanerj) May 26, 2024
They claim 19.4 cr less votes cast in first 5 phases than 2019!
They say 70 cr votes in first 5 phases in 2019, which dropped to 50 cr in 2024!
Lol… in entire 2019 election, there were only 61 cr votes!
Please delete immediately & apologize pic.twitter.com/hOLM6FBiTh
यानी द वायर ने जितने वोटों की सँख्या 2019 के पाँच चरणों के लिए बता दी है, वह तो पूरे 2019 के चुनाव में नहीं पड़े थे। द वायर ने अपने 70 करोड़ वोटों के आँकड़े के स्रोत का भी कोई जिक्र नहीं किया है।
वायर ने एक और झूठ अपनी इस रिपोर्ट में बोला है, उसने बताया है कि 2019 लोकसभा चुनाव में कुल वोटरों की संख्या 89.6 करोड़ थी, यह भी गलत है। चुनाव आयोग का आधिकारिक आँकड़ा बताता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 91.19 करोड़ वोटर, वोट करने के लिए योग्य थे। ऐसे में द वायर की पूरी रिपोर्ट ही फर्जी मालूम होती है।
द वायर के पत्रकारों की गणित कमजोर
द वायर पहले भी झूठी और मनगढ़ंत कहानियाँ छापता रहा है। वर्तमान रिपोर्ट से उसके पत्रकारों की कमजोर गणित का भी खुलासा हो गया है। द वायर की इस रिपोर्ट में 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में हर चरण में डाले गए वोटों की तुलना करने का दावा किया गया है।
लेकिन असल में द वायर ने 2019 के लोकसभा चुनाव के हर चरण के कुल मतदाताओं की संख्या की तुलना, 2024 में प्रत्येक चरण में डाले गए वोटों से कर दी है। उदाहरण के लिए, वायर का कहना है कि 2019 के पहले चरण में 14.2 करोड़ वोट पड़े जबकि 2024 में यह संख्या 11 करोड़ रही।
असल में 2019 के पहले चरण में कुल मतदाताओं की संख्या 14.2 करोड़ थी, ना कि डाले गए वोटों की। इन 14.2 करोड़ में से 9.12 करोड़ लोगों ने ही वोट डाले थे। यदि वायर को सही तुलना करनी थी तो वह 9.12 करोड़ (2019 चुनाव) और 11 करोड़ (2024) की तुलना करता। लेकिन उसने एजेंडा चलाने के लिए गलत आँकड़ों का सहारा लिया। पहले चरण में दो सीटों पर चुनाव भी स्थगित हो गया था, जिसके कारण वोटरों की संख्या 14.2 करोड़ से घट कर 13.16 करोड़ पर आ गई थी।
क्या 2024 में सही में घट गए वोट?
द वायर ने अपनी रिपोर्ट बनाने में मूलभूत गलतियाँ करके बताया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में 2019 के मुकाबले कम वोट पड़े हैं। लेकिन यह बात बिलकुल झूठ है। असल में 2024 में डाले गए वोट 2019 से अधिक हैं। 2019 के पाँच चरणों तक लगातर वोटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
उपरोक्त ग्राफ से साफ़ दिखता है कि 2019 के चुनाव में पाँच चरणों तक 48.47 करोड़ वोट पड़े थे। इसकी तुलना में 2024 के लोकसभा चुनाव में पाँच चरणों तक 50.7 करोड़ वोट पड़े। यानी 2019 की तुलना में 2024 के पाँच चरणों में 2.25 करोड़ वोट अधिक पड़े। ऐसे में द वायर का वोटों के कम होने का दावा पूरी तरह फर्जी सिद्ध हो जाता है। देश के कुछ हिस्सों में गर्मी और अन्य कारणों से मतदान प्रतिशत जरूर घटा है लेकिन मत देने वालों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में वायर का प्रोपेगेंडा कहीं नहीं ठहरता।
इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक ‘द वायर’ की ओर से कोई सुधार अपनी फर्जी रिपोर्ट में नहीं की गई है। 25 मई 2024 को प्रकाशित इस फर्जी खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया यूजर अभिषेक बनर्जी ने ‘द वायर’ के संपादकों को भी टैग किया। इसके बावजूद कई घंटों तक (अभी तक) सुधार फिर भी नहीं किया गया।
इस तरह की डेटा संबंधी रिपोर्ट को सुधारने के लिए मात्र एक कैलकुलेटर की जरूरत होती है। और हाँ, मंशा की भी। प्रोपेगेंडा से भरी खबरें छापने में माहिर ‘द वायर’ के पास मंशा तो खैर क्या ही होगी, कैलकुलेटर भी निश्चित तौर पर नहीं है।