Wednesday, May 8, 2024
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इस्लामी मुल्ला यासिर दिल्ली पुलिस को बोल रहा आतंकी, दंगाई शाहरुख़ को कहा- ‘हीरो’

ऐसा करने वाले सिर्फ सोशल मीडिया अकाउंट होल्डर्स ही नहीं बल्कि बीबीसी और दी प्रिंट जैसे मीडिया गिरोह भी हैं। मोहम्मद शाहरुख़ की गिरफ्तारी के बाद से ही कुछ मीडिया गिरोह शाहरुख़ के पक्ष में उसे निर्दोष साबित करने का प्रयास करते हुए देखे जा सकते हैं।

दिल्ली में हुए हिन्दू-विरोधी दंगों में पत्थरबाजों का आतंक सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा। पत्थरबाजों ने आम हिन्दुओं को ही नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों तक को अपना निशाना बनाया। ऐसे ही कुछ वीडियो, जिनमें बड़ी भीड़ को पुलिसवालों पर पत्थर बरसाते हुए देखा जा रहा है, सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। इसमें एक वीडियो ऐसा भी सामने आया है जिसमें पुलिसकर्मी घायल डीसीपी अमित शर्मा को पत्थरबाजों से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

वीडियो में स्पष्ट देख सकते हैं कि डीसीपी अमित शर्मा भीड़ के बीच फँसे हुए हैं, जिसके बाद कई पुलिसकर्मी वहाँ पहुँचते हैं और वो डीसीपी अमित शर्मा को पत्थरबाजों और भीड़ के चंगुल से बचाते हैं। चाँद बाग हिंसा में एसीपी अनुज भी घायल हुए थे।

लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोग पुलिस और हिन्दुओं के विरोध में पोस्ट लिखने से अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है यासिर अराफात। यासिर अराफात ने ABP न्यूज़ चैनल की पत्रकार रुबिका लियाक़त का ट्वीट शेयर किया है। जिसमें भीड़ द्वारा पुलिस पर पत्थर फेंके जा रहे इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है- “लाजवाब, आतंकवादी पिट रहे हैं…”

यासिर अराफात ने इस ट्वीट में पुलिस को आतंकवादी बताया है क्योंकि पत्थरबाजी कर रही भीड़ के निशाने पर पुलिसकर्मी ही हैं।

इससे पहले भी यासीर अराफात ट्विटर पर राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम के साथ #iSupportSharjeelImam जैसे हैशटैग के साथ अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कर चुका है।

ज्ञात हो कि सिर्फ मीडिया ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर मौजदू एक विशेष वर्ग निरंतर शरजील इमाम और शूटर मोहम्मद शाहरुख के लिए माहौल बनाते हुए देखा गया है। यहाँ तक कि मोहम्मद शाहरुख़ को ‘माय हीरो’ जैसे पोस्ट के जरिए अभी भी मासूम साबित करने की कोशिश की जा रही है।

ऐसा करने वाले सिर्फ सोशल मीडिया अकाउंट होल्डर्स ही नहीं बल्कि बीबीसी और दी प्रिंट जैसे मीडिया गिरोह भी हैं। मोहम्मद शाहरुख़ की गिरफ्तारी के बाद से ही कुछ मीडिया गिरोह शाहरुख़ के पक्ष में उसे निर्दोष साबित करने का प्रयास करते हुए देखे जा सकते हैं।

मोहम्मद शाहरुख के खिलाफ दिल्ली के जाफराबाद इलाके में भड़की हिंसा के दौरान 24 फरवरी को पुलिस के सामने आठ राउंड फायरिंग का आरोप है। मालूम हो कि जाफराबाद में सीएए विरोधी पत्थरबाजों को दौड़ाने के दौरान कर्दमपुरी मेन रोड निवासी शाहरुख ने पुलिसकर्मी के सीने पर पिस्टल तान दी थी। इसके बाद से ही वो लापता चल रहा था। लेकिन बाद में वो उत्तर प्रदेश में पकड़ लिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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