Tuesday, October 15, 2024
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#करें_योगदान_रामलला_के_धाम: रामभक्तों पर कट्टरपंथियों के पथराव और मजहबी घृणा के बीच जारी है वर्चुअल मुहिम

चंदा देने के लिए लोगों को प्रेरित करना इतना भी आसान कार्य नहीं है। जगह-जगह पर कट्टरपंथी ताक लगाए बैठे हैं। अभी पिछले दिनों इंदौर जिले के चाँदन खेड़ी गाँव में 29 दिसंबर 2020 को हिंदूवादी संगठन के लोगों पर पथवराव की घटना सामने आई थी।

राम मंदिर निर्माण हेतु समूचे भारत में चंदा इकट्ठा करने के लिए मुहीम चलाई जा रही है। इसका मकसद सिर्फ यही है कि सैंकड़ों लोगों के सपने को आम जनता के योगदान से साकार किया जाए। इसके लिए हर प्रदेश में रामभक्त अपनी रैली करके भक्तिमय माहौल बना रहे हैं। इसी का नतीजा है कि आज सुबह ट्विटर पर हैशटैग #करें_योगदान_रामलला_के_धाम ट्रेंड करने लगा, जिसमें लोगों ने राम मंदिर बनाने के लिए योगदान देने का आह्वान किया।

हैशटैग के साथ हो रहे ट्वीट को देख कर यही लगता है कि राम मंदिर को लेकर देश के कोने कोने में उत्साह है। कहीं वीएचपी द्वारा 4 लाख ग्रामों में जाकर 11 करोड़ परिवारों से योगदान देने की बात बताई जा रही है तो कहीं मंदिर का प्रस्तावित रूप साझा करके अनुरोध किया जा रहा है कि इसके निर्माण में सहयोग की बहुत आवश्यकता है। अब तक इस वर्चुअल मुहीम पर करीब 37 हजार के करीब ट्वीट किए जा चुके हैं और आज सुबह से ये टॉप 10 में ट्रेंड कर रहा है।

मगर, इस माहौल में ये ध्यान देने वाली बात है कि रामभक्तों के लिए घर घर जाकर चंदा देने के लिए लोगों को प्रेरित करना इतना भी आसान कार्य नहीं है। जगह जगह पर कट्टरपंथी ताक लगाए बैठे हैं। अभी पिछले दिनों इंदौर जिले के चाँदन खेड़ी गाँव में 29 दिसंबर 2020 को हिंदूवादी संगठन के लोगों पर पथवराव की घटना सामने आई थी। पूरे हमले में 12 लोग के घायल हुए थे। पड़ताल में पता चला कि मस्जिद के सामने कुछ कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे और रैली निकालने वाले जय श्रीराम कह रहे थे, जिससे पूरा विवाद पैदा हुआ और बात पत्थरबाजी व तोड़फोड़ तक पहुँच गई। 

इसी प्रकार उज्जैन के बेगमबाग से भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। वहाँ ‘रामनिधि संग्रहण’ रैली निकालने के दौरान मुस्लिम समुदाय के अराजक तत्वों ने हिन्दू संगठन पर पथराव किया था। इसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई और इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था। वहाँ खड़ी कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। तोड़फोड़ और पथराव की इस घटना में लगभग 10 लोग घायल हुए थे।

बता दें कि एक ओर जहाँ वर्चुअल मुहीम अपने जोरों पर है और दूसरी ओर कट्टरपंथियों’ का चेहरा भी हिंदूवादी संगठनों की रैलियों पर पत्थरबाजी करके सामने आ रहा है, तो ऐसे में ये जानने की आवश्यकता है कि हकीकत में राम मंदिर के लिए लोग कितना बढ़ चढ़ कर योगदान रहे हैं और किस तरह कई मुश्किलें आने के बाद भी रामभक्तों के प्रयास सफल हो रहे हैं।

दो दिन पहले की खबर है कि मात्र 2 दिन में गाजियाबाद से राम मंदिर के लिए लोगों ने 5 करोड़ रुपए का दान दे दिया । एक अकेले रामभक्त ने पूरे 2 करोड़ 51 लाख 1 रुपए दिए हैं। हर प्रसाद नाम के इस भक्त का कहना है कि वह अपनी जवानी से राम मंदिर आंदोलन में जुड़े रहे हैं और अब अपनी आँखों के सामने जब उसको बनता देख रहे हैं तो वह कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते। उन्होंने इस पावन कार्य के लिए पर्चियाँ बनवाई हैं, जिसमें कम से कम दान की राशि 10 रुपए रखवाई गई है, वहीं ज्यादा से ज्यादा में दान श्रद्धालु अपनी इच्छानुसार दे सकते हैं।

केवल अधिकृत ट्रस्ट को ही दें अपना योगदान

पिछले दिनों राम मंंदिर निर्माण के नाम पर, आस्था के नाम पर कुछ लोग ठगी करने लगे थे। जिसके कारण आपको भी काफी सावधान रहने की जरूरत है, ताकि आपके साथ कोई भी ट्रस्ट या व्यक्ति धार्मिक आस्था के नाम पर पैसे न ऐंंठ सकें। अगर आप अपनी आस्था से दान देना चाहते हैं तो राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए अधिकृत ट्रस्ट को ही दें। जिसके लिए डीएम ने जिस वेबसाइट के बनने की बात कही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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