ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बेटी आयरा को होली के रंग में रंगा देख भड़क उठा। उसने शनिवार (15 मार्च) को एक वीडियो जारी कर कहा कि ये सब शरीयत के खिलाफ है और बच्चों को समझाया जाना चाहिए।
मौलाना शहाबुद्दीन ने वीडियो में कहा,
“पहले भी शमी को नसीहत दी थी, लेकिन उसके बावजूद उनकी बेटी का होली खेलते हुए वीडियो सामने आया। शमी की बेटी का रंग खेलना शरीयत के खिलाफ और नाजायज है। वह छोटी बच्ची है, ना-समझी में होली खेल गई तो यह गुनाह नहीं है। अगर वह समझदार है। इसके बाद भी होली खेलती है तो यह शरीयत के खिलाफ माना जाएगा। शमी समेत सभी परिजनों से यह अपील की है कि शरीयत में जो नहीं है, उसको अपने बच्चों को न करने दें। होली हिंदुओं का बहत बड़ा पर्व है, लेकिन मुसलमान को रंग खेलने से बचना चाहिए। क्योंकि अगर कोई शरीयत को जानते हुए भी होली खेलता है, तो वह गुनाह है।”
"वो बच्ची है, ना समझ है, नाबालिग है, उसको शरीयत के नियमों के बारे में नहीं पता है"
— News24 (@news24tvchannel) March 16, 2025
◆ एक मीडिया हाउस से बातचीत में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा#mohammadshami | #ShabuddinRizvi | #Holi pic.twitter.com/3bvqReZfB3
गौरतलब है कि मौलाना शहाबुद्दीन रजवी से पहले कई इस्लामी कट्टरपंथी मोहम्मद शमी की बेटी आयरा को ऑनलाइन ट्रोल कर चुके हैं। किसी ने हसीन जहाँ के पोस्ट पर आयरा के लिए लिखा- ‘जुमे की नमाज पढ़वाई या होली ही खिलवा दी।’ किसी ने इस पोस्ट पर चाकू-बंदूक वाले इमोजी डाले और इस्लाम न सिखाने के लिए बेशर्म और जाहिल करार दिया।
वहीं रही बात मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की तो हाल में रजवी का गुस्सा मोहम्मद शमी पर उस समय भी भड़का था जब चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्होंने ग्राउंड पर जूस पी लिया था। इसके बाद इस्लामी कट्टरपंथी उन पर भड़क गए थे और शहाबुद्दीन रजवी ने उन्हें गुनहगार तक करार दिया था।
मौलाना ने कहा था, “इस्लाम ने रोज़े को फर्ज़ करार दिया है। सभी पर रोज़ा फर्ज़ है। अगर कोई जानबूझकर रोज़ा नहीं रखता, तो वह गुनहगार है। ऐसा ही क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने किया।” हालाँकि बाद में रजवी ने वीडियो में कहा कि मौलाना शहाबुद्दीन ने टीम इंडिया की जीत पर मुबारकबाद दी। साथ ही कहा कि मोहम्मद शमी के जो रोजे कजा हो गए हैं, नहीं रख सके, वो रोजे रमजान शरीफ के बाद रख लें।