जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हाल में एक मंदिर में जाकर पूजा पाठ की। यह मंदिर पूंछ जिले का नवग्रह मंदिर है। इसे पूर्व पीडीपी एमएलसी यशपाल शर्मा द्वारा बनवाया गया था। यहीं पहुँचकर महबूबी ने पहले शिवलिंग का जलाभिषेक किया और फिर वहाँ फूल चढ़ाए।
J&K | PDP chief Mehbooba Mufti visited Navagraha temple in the Pooch district and offered prayers (15/03) pic.twitter.com/tEV2TAELjQ
— ANI (@ANI) March 16, 2023
मंदिर जाकर पूजा-पाठ करने की उनकी वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। इसे देख कट्टरपंथी उनसे नाराज हैं। कहा जा रहा है कि ये सब चुनावों को मद्देनजर रखकर हो रहा है। वहीं देवबंद के मौलाना असद कासमी ने कहा है, “महबूबा ने जो किया वो सही नहीं है, उनका मंदिर जाना, शिवलिंग पर जल चढ़ाना, इस्लाम के खिलाफ है।”
"महबूबा ने जो किया, वह सही नहीं है, उनका मंदिर में जाना इस्लाम की मान्यता के ख़िलाफ़ है"
— News24 (@news24tvchannel) March 16, 2023
◆ महबूबा मुफ्ती द्वारा शिवलिंग की पूजा करना देवबंद को रास नहीं आया, असद कासमी ने दिया बयान
Mehbooba Mufti | #MehboobaMufti pic.twitter.com/roKnWLHkb6
एक ट्विटर यूजर ने महबूबा की वीडियो देख लिखा- “ये सब इस्लाम में बिलकुल स्वीकार्य नहीं है। चाहे ये महबूबा करे या कोई और।”
It is not allowed in Islam whether it's done by Mahbooba or any one.
— Fazlurrahman Madani (@hindifazal) March 16, 2023
काशिफ शेख ने लिखा- “एक पत्थर पर ही तो पानी डाला है। पत्थर समझ कर ही पानी डाला होगा।”
एक पत्थर पर ही तो पानी ड़ाला है पत्थर समहज कर पानी डाला होगा
— Kashif Shaikh (@KashifS95200279) March 16, 2023
मुस्तफिज आलम ने कहा, “मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूँ लेकिन जो भी किया वो इस्लाम के खिलाफ है। शर्म आनी चाहिए ये सब करने पर।”
मैं किसी धर्म के खिलाफ़ नहीं हूं लेकिन इस ने जो भू किया इस्लाम के खिलाफ़ है शर्म आनी चाहिए इस तरह करने पर 😡😡 https://t.co/UfzStSJGyx
— Mustafij Alam .مستفیض علم❀ (@MustafijMd) March 16, 2023
वहीं भाजपा ने भी उनके मंदिर जाकर पूजा-पाठ करने को नौटंकी बताया। प्रदेश प्रवक्ता रणवीर सिंह ने कहा कि ये नौटंकी करके महबूबा मुफ्ती को कुछ हासिल नहीं होने वाला है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे “2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड को भूमि आवंटन का विरोध किया था। महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने तीर्थयात्रियों के लिए हट के निर्माण के लिए श्राइन बोर्ड को भूमि के अस्थायी हस्तांतरण की अनुमति नहीं दी थी।”