दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार यमुना नदी में जहरीले झाग को खत्म करने के लिए जिस तरीके को अपनाया है, उसके कारण बुधवार (10 नवंबर 2021) को नेटिजन्स ने ट्विटर पर #ScientistKejriwal को ट्रेंड कराया।
Behind the scenes #ScientistKejriwal 😂 pic.twitter.com/pPzRlieV8K
— Mohit Babu 🇮🇳 (@Mohit_ksr) November 10, 2021
दरअसल, दिन में दिल्ली जल बोर्ड ने जहरीले झाग को खत्म करने के लिए यमुना नदी पर पानी का छिड़काव किया था। केजरीवाल सरकार ने ऐसा इसलिए किया ताकि जहरीला झाग पानी में ही मिल जाए।
आगे बढ़ने से पहले यहाँ हम ये स्पष्ट कर दें कि अरविंद केजरीवाल एक भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के पूर्व अधिकारी हैं और उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।
Found class IXth science exam answer sheet of IITian Arvind Kejriwal. #ScientistKejriwal pic.twitter.com/tjQmZYE8kb
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) November 10, 2021
ट्विटर यूजर ‘द स्किन डॉक्ट’र ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की ‘गुप्त नोटबुक डायरियों’ में से एक व्यंग्यपूर्ण पन्ना को ट्वीट किया। यह नोटबुक उस दौरान की थी जब वह एक छात्र थे। इसमें सवाल से अधिक महत्वपूर्ण उसका जवाब है जो कि व्यंग्यात्मक था। दरअसल, मौजूदा परिवेश में जब भी दिल्ली से जुड़ी कोई समस्या सामने आती है तो केजरीवाल सरकार उससे अपना मुँह मोड़ लेती है। ऐसे में अगर वह इस तरह का उत्तर देते हैं तो किसी को कोई भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
केजरीवाल सरकार यमुना नदी में लकड़ी के बने बैरिकेड लगाकर उसके झाग को रोकने की कोशिश कर रही है ताकि श्रद्धालुओं स्नान कर सकें। अब कई ट्विटर यूजर इस मामले में चर्चा कर रहे हैं। हालाँकि, जो बैरिकेड्स लगाए गए हैं, उनमें से पानी और झाग आसानी से गुजर सकता है। ऐसे में पूरी कवायद तर्कहीन प्रतीत होती है।
#WATCH | Barricades being placed in the Yamuna to stop toxic foam from floating towards the ghat. Visuals from Delhi’s Kalindi Kunj. pic.twitter.com/QIvun5LPMJ
— ANI (@ANI) November 10, 2021
लोगों का कहना है कि केजरीवाल सरकार का यह तरीका ठीक वैसा ही है जैसे कि हिंदू फिल्मों में मिथुन चक्रवर्ती साइकिल का इस्तेमाल गोलियों से बचने के लिए ढाल के तौर पर करते हैं।
And @ArvindKejriwal won the most illogical scene award today.🤣#ScientistKejriwal pic.twitter.com/yAwJkK44v6
— Lala (@FabulasGuy) November 10, 2021
ऐसा ही एक और दृश्य था जहां अभिनेता धर्मेंद्र ने नंगे हाथों से उस पर चलाई गई एक गोली को इकट्ठा किया और बस थोड़ा खूनी चोट के साथ समाप्त हुआ। फोम की बैरिकेडिंग ठीक इसी तरह से काम कर सकती है।
Meme got real 😂 #ScientistKejriwal pic.twitter.com/jijICmQNkN
— Meme Farmer (@craziestlazy) November 10, 2021
कई नेटिज़न्स ने यह भी बताया कि कैसे ‘वैज्ञानिक’ केजरीवाल ने एक मीम को जीवित कर दिया।
First one is a good idea. Blow the wind so hard that all parali smoke travels towards Pakistan. I’ll donate a table fan for this project if Sadji announces it
— Rahul Roushan (@rahulroushan) November 10, 2021
एक ट्विटर यूजर ने आगे बताया कि कैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री फरवरी 2015 से यमुना को साफ करने का वादा कर रहे हैं।
IITian Scientist Arvind Kejriwal Cleaning Yamuna River to make it Thames River of London Since YEAR 2015 #ScientistKejriwal pic.twitter.com/YW7HqXnVlW
— Rosy (@rose_k01) November 10, 2021
यहाँ केजरीवाल की एक एडिडेट इमेज है जो इसे साफ करने के लिए यमुना में कूद रही है। ट्विटर यूजर पीस_फुल ने उन्हें ‘लवणासुर‘ करार दिया। लोकप्रिय ट्विटर यूजर @being_humor द्वारा उन्हें ये उपनाम दिया गया है। उल्लेखनीय है कि रामायण में लवणासुर नाम का राक्षस था, जिसका वध भगवान राम के भाई शत्रुघ्न ने किया था। मान्यता है कि लवणासुर निर्दोषों का तड़पाकर उनकी हत्या कर देता था। बचपन में वह अपने खेलने के साथियों को मार कर खा जाता था। वह ऋषियों के तप को भंग कर पूरे देश में आतंक फैलाता था।
Finally Lavnasur is jumping into foams to clean Yamuna River #ScientistKejriwal pic.twitter.com/rNKIN2590N
— Woke Liberal (@Peaces_full) November 10, 2021
ट्विटर यूजर ‘Being_Humor’ के मुताबिक, लवणासुर की तरह अपनी हरकतों से लोगों को सताते हैं और लोगों को मुश्किल में डाल देते हैं। तथ्य यह है कि नाम अजीब लगता है और सामान्य रूप से एक कठबोली की तरह लगता है, उन्होंने आप सुप्रीमो को उपनाम का उपहार दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली सरकार के शीर्ष नेताओं में से किसी एक को आम जनता ने ‘वैज्ञानिक’ की उपाधि से नवाजा है। जनवरी 2020 में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को ‘साइंटिस्ट सिसोदिया‘ भी कहा जाता था और उनके वैज्ञानिक ज्ञान के कारण हैशटैग ट्रेंड कर रहा था, जहाँ उन्होंने दावा किया था कि दिल्ली की जल आपूर्ति पाइपों में स्वच्छ पानी प्राप्त करना ‘वैज्ञानिक रूप से असंभव’ था। इससे दिल्ली के डिप्टी सीएम पर मीम्स की भी बाढ़ आ गई थी।