Tuesday, November 5, 2024

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आस्था

अयोध्या जा रही ‘आस्था स्पेशल’ ट्रेन पर पथराव, रामलला के दर्शन करने जा रहे थे श्रद्धालु: ऑपइंडिया से पीड़ित रामभक्तों ने बताई आपबीती

गुजरात के मेहसाणा से अयोध्या जा रही विशेष 'आस्था एक्सप्रेस' ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई। इस घटना में ट्रेन के कई शीशे टूट गए और यात्रियों में दहशत भर गई।

तिलक लगाकर अमेरिकी वायुसेना में ड्यूटी करेंगे दर्शन शाह, दो साल से माँग रहे थे अनु​मति: दुनियाभर से मिला था ऑनलाइन सपोर्ट

भारतीय मूल के दर्शन साह को अमेरिकी वायुसेना ने तिलक लगाकर ड्यूटी करने की अनुमति दे दी है। वॉरेन एयर फोर्स बेस पर तैनात शाह दो साल से अनुमति माँग रहे थे।

काली मंदिर में मांस के टुकड़े मिलने से तनाव, असम पुलिस ने किया 5 लोगों को गिरफ्तार

काली मंदिर में मांस के टुकड़े मिलने के बाद तनाव पैदा हो गया। स्थानीय लोग दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की माँग को लेकर सड़कों पर उतर आए।

एकंबरेश्वर मंदिर: जहाँ माता पार्वती की परीक्षा लेने पहुँचे थे स्वयं भगवान शिव

एकंबरेश्वर मंदिर, तमिलनाडु के मंदिरों के नगर कांचीपुरम का सबसे विशाल एवं भव्य शिव मंदिर है। भगवान शिव को यहाँ पृथ्वी के रूप में पूजा जाता है।

राजस्थान: बाँसवाड़ा में फिर हुई गौ हत्या, ‘ईसाई मिशनरीज के प्रभाव के कारण नही रुक रहा सिलसिला’

पाटन थाना क्षेत्र में ईसाई धर्मांतरण गतिविधियाँ पहले से ही सक्रिय थी। गौ हत्या के पीछे भी कहीं न कहीं ईसाई मिशनरी के लोगों का ही हाथ है।

भगवान तुंगनाथ के दर पर पहुँचे UAE क्राउन प्रिंस के प्रतिनिधि व अरबपति कारोबारी अली राशिद, किया हवन

तुंगनाथ मंदिर पंच-केदार मंदिरों में सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित शिव मंदिर है। यह कई हज़ार वर्ष पुराना है। इस मंदिर की स्थापना की कहानी पांडवों से जुड़ी है और रामायण में भी इसका जिक्र मिलता है।

71 फुट की गदा वाले इस हनुमान जी को बनाने में लगे 8 साल, अब रिकॉर्ड बुक में होंगे शामिल

खड़े हुए हनुमान जी की मूर्तियाँ कई जगह इससे बड़ी-बड़ी हैं लेकिन इस पोज में बनी यह ऐसी पहली विशाल मूर्ति है। इस मूर्ति का निर्माण राजस्थान के आर्किटेक्ट नरेश ने किया है।

महाभारत-कालीन शिव मंदिर जो मृत को भी देता है जीवन: #महाशिवरात्रि पर उत्तराखंड से Exclusive रिपोर्टिंग

पांडवों के अज्ञातवास काल में युधिष्ठिर ने लाखामंडल स्थित लाक्षेश्वर मंदिर के प्रांगण में जिस शिवलिंग की स्थापना की थी, वह आज भी विद्यमान है। इसी लिंग के सामने दो द्वारपालों की मूर्तियाँ हैं, जो पश्चिम की ओर मुँह करके खड़े हैं।

#महाशिवरात्रि: भारत का कोई श्रद्धालु नहीं करेगा इस मंदिर जाकर भगवान शिव के दर्शन, जानें वजह!

पौराणिक मान्यता है कि माता सती की मृत्यु होने पर जब शिव रोए थे तो उनके अश्रुओं से एक नदी बन गई थी। इस नदी से दो सरोवर बने। एक तो भारत के पुष्कर में है और दूसरी पाकिस्तान के कटासराज में।

धर्म और आस्था की आड़ में गुरमीत का फलता-फूलता साम्राज्य आख़िर किसकी देन है ?

अपने प्रिय बाबा के आगे नतमस्तक होने वाले लोग यह मान ही नहीं पाते कि उनके बाबा से भी कोई ग़लती, अपराध या गुनाह हो सकता है।

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