गुजरात में कॉन्ग्रेस का प्लान था कि वो लोग अगर जीत के आधे आँकड़ों तक भी पहुँचे तो वो अपने विधायक राजस्थान ले जाएँगे। हालाँकि हुआ क्या...उन्हें केवल 17 सीट आती दिख रही हैं।
नरेंद्र मोदी के कहने पर पबहुबा मानेक भाजपा में आ गए और 2007, 2012, 2017 और 2022 का चुनाव इसी पार्टी से लड़ा और जीता। 1990, 1995 और 1998 में निर्दलीय जीते थे। 2002 में कॉन्ग्रेस से टिकट लिया और तब भी जीत दर्ज की थी।
भाजपा के मुस्लिम समर्थकों का कहना है, "नरेंद्र भाई का रिकॉर्ड भूपेंद्र भाई ने तोड़ दिया।" मुस्लिम समर्थकों ने 151 किलो लड्डू बनाए हैं। कहा - भाजपा सरकार से यहाँ शांति।