Saturday, November 23, 2024

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चंद्रबाबू नायडू

PM मोदी एक खूँखार उग्रवादी, देश में रहने लायक नहीं: ‘अल्पसंख्यक’ भाइयों से नायडू की गुहार

आंध्र सीएम नायडू ने नरेंद्र मोदी को 'कट्टर उग्रवादी' और 'बुरा आदमी' बताते हुए कहा कि वो तीन तलाक़ का प्रयोग कर के मुस्लिमों को सलाखों के पीछे पहुँचाना चाहते हैं। उन्होंने मोदी पर अल्संख्यकों पर हमले करने का आरोप लगाया।

नायडू ने किया मुस्लिमों के लिए ‘नमाज़ रूम’ का वादा’: प्रचार के लिए J&K से फ़ारूक़ अब्दुल्ला को बुलाया

इमामों के प्रशिक्षण के लिए कॉलेज स्थापित किया जाएगा। नमाज़ पढ़ने के लिए नमाज़ रूम बनवाया जाएगा। 'Almaspet Circle' का नाम बदल कर टीपू सुल्तान के नाम पर कर दिया जाएगा। अमीन पीर दरगाह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

‘बिहारी डकैत’ कहकर चंद्रबाबू नायडू ने किया बिहार और प्रशांत किशोर का अपमान

जदयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने चंद्रबाबू नायडू के बयानों को आधारहीन बताते हुए कहा कि उनके द्वारा इस तरह के अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करना बिहार के प्रति उनकी प्रतिकूल और द्वेषपूर्ण सोच को दर्शाता है।

चंद्रबाबू नायडू के लिए ज़मीन नहीं देने पर किसान की पीट-पीट कर हत्या

पीड़ित के परिवार और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा पीटने के बाद उसकी मौत हो गई क्योंकि उसने सीएम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अपने खेत में जगह देने से इनकार कर दिया था। पुलिस ने बताया कि मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जाएगी।

₹11.2 करोड़: चंद्रबाबू नायडू के 1 दिन के धरने का ख़र्च, पार्टी फंड से नहीं बल्कि सरकारी ख़जाने से

पीएम मोदी पहले ही नायडू की आलोचना करते हुए कह चुके हैं कि चंद्रबाबू आंध्र की तिजोरी से जनता का पैसा निकाल कर अपनी पार्टी के लिए ख़र्च कर रहे हैं।

Hello… चंद्रबाबू नायडू, मोदी की बजाय स्वयं से पूछें- Who Are You?

अगर बीवी-बच्चों का नाम लेकर ही किसी की पहचान साबित होती है तो 10 बच्चे और 5 बीवियों वाले पकिस्तान के मौलवी साहब भी नायडू से पूछ सकते हैं- 'Who Are You?

‘जिसके हाथ में चाय का जूठा कप देना था, उसके हाथ में जनता ने देश दे दिया’

इस धरने के दौरान वहाँ जो पोस्टर दिखे, उन पर लिखा था, ‘जिसके हाथ में चाय का जूठा कप देना था, उसके हाथ में जनता ने देश दे दिया।’

नामदारों के सामने सर झुकाकर बैठ गए नायडू, विकास भूलकर मोदी को गाली देने का चल रहा कॉम्पिटिशन

मोदी ने कहा, "केंद्र ने आंध्र के लिए पिछले 55 महीने में कोई कमी नहीं छोड़ी। लेकिन कमी सिर्फ़ इतनी रही कि केंद्र से जो पैसा आया वो यहाँ कि सरकार ने आपको बताया नहीं। यहाँ खर्च़ नहीं किया।"

आंध्र प्रदेश दौरे से पहले PM मोदी-विरोधी पोस्टर्स की भरमार

जहाँ एक तरफ बीजेपी इस दौरे को सफल बनाने की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं, टीडीपी ने उनके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन में दिख रही है।

आंध्र CM नायडू ने ₹1 करोड़ आंदोलन पर खर्च किया, जबकि आँगनबाड़ी सेविकाओं को नहीं मिल रहा वेतन

TDP समर्थकों को दिल्ली भेजने के लिए दो ट्रेनों की बुकिंग राज्य सरकार द्वारा की गई थी। केंद्र सरकार के विरोध के लिए यातायात पर हुए एक करोड़ रूपए के खर्च राज्य सरकार ने वहन किए।

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