अपूर्वानंद ने अपने ट्वीट के माध्यम से यह बताना चाहा कि पिछले कुछ दिनों में फ्रांस में इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा किए गए गैर-मुस्लिमों की हत्या का इस्लाम के साथ कोई लेना-देना नहीं है।
परिजनों का आरोप है कि वे दिल्ली के तीन बड़े-बड़े सरकारी अस्पतालों का में गए, लेकिन किसी भी अस्पताल ने उसे एडमिट नहीं किया, सभी ने इनकार कर दिया, जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई।