Wednesday, November 20, 2024

विषय

राम मंदिर

एक नारे से क्या होता है? ‘राम लला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे’ भी एक नारा ही था…

कई लोग अगस्त में ही दीपावली मानाने की तैयारी में भी दिखते हैं। वैसे इससे हमें दूसरा वाला नारा - काशी-मथुरा बाकी है, याद आ जाता है, मगर उससे दीयों के बजाए कुछ और ही जलने लगेगा! नहीं?

मस्जिद की जगह अस्पताल और स्कूल बनवाए मुस्लिम समाज, हम भी पैसे देंगे: अयोध्या के संतों की अपील

दान की भूमि पर मस्जिद का निर्माण नहीं किया जा सकता है, ऐसा होने पर मस्जिद में की गई दुआ कबूल नहीं होती है। नतीजतन मुस्लिम समाज को उस स्थान पर अस्पताल और विद्यालय खोलना चाहिए।

5 अगस्त राम मंदिर भूमि पूजन-शिलान्यास का दिन ही नहीं बल्कि एक नए युग की शुरुआत है, यह युग है रामराज्य का: योगी आदित्यनाथ

इस पावन घड़ी की प्रतीक्षा करते हुए पीढ़ियाँ ख़त्म हो गईं। राम के नाम में आस्था रखने वालों ने 5 शताब्दी तक इस अवसर की प्रतीक्षा की।

कोरोना को लेकर अयोध्या में लगातार हो रहे परीक्षण, NDTV जैसे चैनल और वामपंथी फैला रहे प्रपंच

NDTV और द वायर जैसे ही मीडिया गैंग अयोध्या में जारी व्यवस्थाओं को लेकर लगातार ही भ्रामक खबरें दे रहे हैं। NDTV का अपनी रिपोर्ट में कहना है कि वहाँ पर आने वाले दिनों में बहुत सरे लोग जमा होने जा रहे हैं लेकिन इंतजाम ठीक नहीं किए जा रहे हैं।

जो हो रहा अच्छा हो रहा, पता था राम मंदिर बनकर रहेगा: बाबरी विध्वंस की जाँच करने वाले जस्टिस लिब्राहन

जस्टिस मनमोहन सिंह लिब्राहन ने कहा है कि वे जानते थे, एक दिन अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा।

न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर 5 अगस्त को मनेगा उत्सव, 17000 वर्ग फीट की एलईडी से दर्शन देंगे श्रीराम

अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भगवान राम के थ्रीडी चित्र प्रदर्शित होंगे।

राम मंदिर के साथ अयोध्या के रौनाही में मस्जिद बनाने की भी तैयारी, सुन्नी वक्फ बोर्ड के जुफर अहमद ने की ट्रस्ट के 9...

रौनाही में मिली जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए आज ट्रस्ट का गठन कर लिया गया है। यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड संस्थापक ट्रस्टी बना है और इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे।

‘मुझे केंद्र से फ़ोन आए कि कारसेवक बाबरी गुंबद पर चढ़ गए हैं, मैंने कहा वो तोड़ भी रहे हैं, लेकिन गोली नहीं चलाऊँगा’

बाबरी विध्वंस के बाद UP के तत्कालीन CM कल्याण सिंह ने कहा था कि उन्हें सूचना दी गई कि कारसेवक बाबरी पर चढ़ गए हैं, लेकिन उन्होंने गोली चलाने के आदेश नहीं दिए।

आडवाणी का ऐतिहासिक वीडियो, जिसके बाद ‘बच्चा-बच्चा राम का, जन्मभूमि के काम का’ नारा बना जन आंदोलन

क्या हिन्दू आस्था के सबसे बड़े और अहम प्रतीक भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण का सफर इतना सरल और खुशनुमा था? इसका जवाब इस मंदिर के इतिहास और बाबरी मस्जिद विवाद के साक्षी लोगों से बेहतर और कौन दे सकता है।

जब हुआ मंदिरों का ध्वंस, तब किस दोजख में था सौहार्द? – यह ‘हिंदू’ बनने का वक्त, ‘सेकुलर’ नौटंकी से बचो

क्या UP और केंद्र में BJP की सरकार न होती, तब भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह सब इतना ही आसान होता? 'अच्छा हिंदू' कहेगा कि क्यों नहीं?

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें