2014 में देश के मात्र 55% जबकि 2016 में जब उज्ज्वला योजना चालू की गई थी तब देश के 61% घरों में ही एलपीजी की पहुँच थी। अब लगभग हर घर में यह सुविधा पहुँच चुकी है।
मोदी सरकार द्वारा चालू किए गए जल जीवन मिशन के अंतर्गत देश के 75% घरों को सीधे नल से जल पहुँचाया जा रहा है। अब देश के 19.3 करोड़ ग्रामीण घरों में से 14.5 करोड़ घर स्वच्छ जल पा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि धरती के स्वर्ग पर आने का यह अनुभव शब्दों से परे हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ के लोग तकनीक के जरिए हमसे जुड़े हैं। इस जम्मू कश्मीर का इन्तजार हमें दशकों से था। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद से मैं दिल जीतने का प्रयास कर रहा हूँ, मुझे लगता है कि मैं इसमें सफल हुआ हूँ।
देश में इस योजना के तहत अब तक 4.12 करोड़ घरों को मंजूरी मिल चुकी है। इनमें से 3.3 करोड़ घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। बाक़ी का निर्माण चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रो में इस योजना का लाभ पाने वालों में से 44% लाभार्थी दलित या जनजातीय समुदाय से आते हैं।
पीएम ने जिन 554 स्टेशनों का शिलान्यास किया है, उनकी विकास लागत ₹19,000 करोड़ होगी। इसके अलावा उन्होंने जिन 1500 रोड ओवेरब्रिज और अंडरपास का लोकार्पण किया है, उन्हें बनाने में ₹21,520 करोड़ की लागत आई है।
देश में शहर की तुलना में गाँव में खर्च तेजी से बढ़ रहा है। गाँवों में एक व्यक्ति अब प्रतिमाह औसतन ₹3773 जबकि शहर में ₹6459 खर्च कर रहा है। दोनों के बीच अब 71% का अंतर है, जो कि 2011-12 में 84% था।