Sunday, December 22, 2024

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दिल्ली हिन्दू-विरोधी दंगे

केजरीवाल मेरे भाई को दंगाई साबित कर देंगे, उन्हें ताहिर हुसैन ने टॉर्चर कर मार डाला: अंकित शर्मा के भाई

हिन्दुओं ने तो अंकित की बात मान ली, लेकिन दूसरे मजहब वाले शांति के लिए राजी नहीं हुए। ताहिर हुसैन के इमारत से पत्थरबाजी शुरू हो गई।

दंगों को लेकर 48 FIR-106 गिरफ्तार, हेट स्पीच पर अभी एक्शन नहीं: HC में अब 13 अप्रैल को सुनवाई

दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता ने केवल 3 भड़काऊ भाषणों का जिक्र किया है। ऐसे कई भाषण मौजूद हो सकते हैं। उन्होंने कोर्ट से हालात सामान्य होने तक हस्तक्षेप नहीं करने और केंद्र सरकार को भी पार्टी बनाने की गुजारिश की।

ऑपइंडिया एक्सक्लूसिव: हिंदू ने टोपी पहन खुद को बताया इमरान, ताहिर हुसैन के गुंडों से बचाई जान

26 फरवरी का यह वीडियो ताहिर हुसैन की शह पर हुए दंगे का एक और सबूत है। पढ़िए, कैसे मंदिर में फँसे पंडित और उनकी पत्नी को कुछ हिंदुओं ने जान जोखिम में डाल बचाया। कहाँ हैं उनकी दो जवान बेटियाँ?

पोल खुली तो AAP पार्षद ताहिर हुसैन ने लॉक किया घर: यहीं से दंगाइयों ने फेंके थे पेट्रोल बम

आरोप है कि हुसैन के घर से दंगाई पेट्रोल बम फ़ेंक रहे थे। पत्थरबाजी कर रहे थे। अंकित शर्मा सहित 4 लोगों की हत्या कर उनकी लाश नाली में फेंक देने का वीडियो भी वायरल हुआ।

IB के अंकित शर्मा की लाश को नाले में फेंक रहे AAP पार्षद ताहिर हुसैन के गुंडे: सामने आया नया Video

आपने ताहिर हुसैन के घर से बमबारी और पत्थरबाजी के कई विडियो देखे होंगे। नया विडियो जो सामने आया है उसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह अंकित शर्मा की लाश नाले में फेंके जाने का है।

किसी ने काट लिया कलावा तो किसी ने फाड़ दिया ‘जय श्री राम’ का स्टीकर: पलायन करते हिन्दुओं का डर

"हमारी बहन-बेटियों को भी लाठी उठानी पड़ी है। दंगाई आएँगे तो सबसे ज्यादा ख़तरा उन्हें ही है। हमने अपनी बहन-बेटियों को कह रखा है कि अगर हमें कुछ हो जाएँ तो वो पहले अपनी जान बचाएँ या ख़ुद मर जाएँ।"

दिलबर सिंह नेगी के हाथ-पैर काट दंगाइयों ने दुकान की आग में झोंका: बचकर भागे श्याम ने बताई आपबीती

23 फ़रवरी की शाम दंगाई शाहदरा में घुसे। दिलबर सिंह नेगी को निशाना बनाया। हाथ, पैर काट दिए। फिर पास की दुकान में लगी आग में झोंक दिया। इसके बाद वहॉं भगदड़ मच गई। नेगी के परिजन इतने दहशत में हैं कि अब भी मौके पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे।

आप अपना धैर्य खो बैठे हैं और विपक्ष के अजेंडे में उलझ कर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं

वो चाहते हैं कि आप हिंसा की बात करें, वो चाहते हैं कि आप कानून को हाथ में ले जिस से उनके किए गए कामों को एक कारण मिल सके। क्यों करना है आपको राणा अयूब की ट्वीट को कोट और जवाब देना है? क्यों आपको स्वरा को गद्दार कहना है? राजदीप को क्यों गाली देना है आपको?

दिल्ली दंगों की 8 कहानियाँ, जिसे मीडिया छुपा रहा: अजीत भारती के सवाल | Ajeet Bharti on Delhi Riots and Media Hiding Facts

वामपंथी मीडिया ये कहानियाँ नहीं दिखाएगा क्योंकि ये कहानियाँ महत्वपूर्ण नहीं। हिन्दुओं की मौत से इस देश की मीडिया को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

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