Friday, November 22, 2024

विषय

Akhilesh Yadav

लाशों में गौ सेवा और शराब ले आने वाले संवेदनहीन अखिलेश अपने समय की 33 मौतें भूल गए

अच्छा होता कि अखिलेश यादव अपनी संवेदनहीनता को इस बात तक ही सीमित रखते कि उत्तर प्रदेश में ज़हरीली शराब कौन बना रहा है। उनका ये सवाल उचित होता कि प्रशासन आख़िर क्यों इन शराब की भट्टियों को चलने देता है।

अगर मोदी लोकतंत्र को बर्बाद कर रहा है, तो हमें बर्बाद लोकतंत्र ही चाहिए

दामाद जी को प्रवर्तन निदेशालय के दफ़्तर में हाज़िरी लगानी पड़ रही है। चिटफंड घोटालों की आँच ममता तक जा पहुँची है। फ़र्जी कंपनियों की पोल खुल रही है। इसीलिए, लोकतंत्र ख़तरे में है।

5 सवाल अखिलेश यादव जी से पूछती उत्तर प्रदेश की एक लड़की

सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने वाले देशहित और जनता की बात करते हैं! अखिलेश यादव जी आप किसी पर भी सवाल उठाने से पहले अपने कार्यकाल का समय आखिर क्यों भूल जाते हैं?

कॉन्ग्रेस को गठबंधन में न रखकर सुधारा है अपना ‘चुनावी अंकगणित’ – अखिलेश यादव

अखिलेश का सीटों पर किए बँटवारे पर कहना है कि सीटों पर समझौता करके उन्होंने विपक्षी एकता को मज़बूत किया है।

हमारे बारे में अच्छी ख़बर लिखिए, ₹50,000/महीने का सरकारी इंतज़ाम हो जाएगा: अखिलेश यादव

साथ ही, प्रदेश में साधु-संतों को पेंशन देने की खबरों के बीच अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार से हर जगह पर रामलीला में काम करने वाले सभी कलाकारों को भी पेंशन देने की माँग कर दी है।

PM उम्मीदवार के नाम पर हड़बड़ा गए अखिलेश, दिया लच्छेदार जवाब

हैरान करने वाली बात यह रही कि शत्रुघन सिन्हा, यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी भी इस रैली में ‘दीदी’ को सपोर्ट करते दिखाई दिए

सपा-बसपा का आशीर्वाद लेने पहुँचे तेजस्वी यादव, कहा- BJP को हराने के लिए यही दोनों काफ़ी हैं!

तेजस्वी ने अपना गणित लगाते हुए कहा कि अगर भाजपा को उत्तर प्रदेश की 80 सीटें, बिहार की 40 सीटें और झारखंड की 14 सीटें न मिलें, तो बीजेपी अपने आप ही 100 सीटों से नीचे पहुँच जाएगी।

मुलायम के समधी के बाग़ी तेवर; कहा ‘अखिलेश ने माया के सामने घुटने टेके’

मुलायम सिंह यादव के समधी व फ़िरोज़ाबाद के सिरसागंज से सपा विधायक हरिओम यादव ने सपा-बसपा महागठबंधन के ख़िलाफ़ बाग़ी तेवर अपना लिया है।

BJP कार्यकर्ता उम्मीदें हारकर चाहते हैं सपा-बसपा से जुड़ना: अखिलेश यादव

अखिलेश का कहना है कि इस गठबंधन का बीज तो उसी दिन रख दिया गया था, जब भाजपा के नेताओं ने मायवती जी को अपमानित करना शुरू किया था,और बीजेपी ने उन्हें सज़ा देने की बजाए उन्हें मंत्री पद पर बिठा दिया।

कौन किसके साथ? ख़ुद में ही कन्फ़्यूज़्ड हैं महागठबंधन के नेता

माया-अखिलेश दो राज्यों में तो कॉन्ग्रेस के साथ सत्ता भोगेंगे लेकिन यूपी में उसके ख़िलाफ़ ताल ठोकेंगे। महागठबंधन की खिचड़ी और यश चोपड़ा की क्लासिक फ़िल्म सिलसिला में बहुत कुछ समान है

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें