विषय
अयोध्या ग्राउंड रिपोर्ट
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन कर तैयार है। रामलला के दर्शन को करोड़ों हिंदू 22 जनवरी 2024 के बाद अयोध्या पहुँचेंगे। ऐसे में ऑपइंडिया की टीम ने न सिर्फ राम मंदिर बल्कि आस-पास के इलाकों में भी ग्राउंड रिपोर्टिंग की। जानना चाहा कि हिंदुओं का गौरव रहा यह शहर अब किस स्वरूप में है।
भगवान राम से जुड़े विशेष घाटों के बारे में जानना हो या मंदिर की सुरक्षा के इंतजाम या फिर ‘रामभक्ति अपराध‘ में मुलायम सरकार से पीड़ित कारसेवकों की कहानी जाननी हो… यहाँ मिलेगी सिर्फ Exclusive खबरें!
कारसेवकों की मदद करने पर जिन्दा या मुर्दा पकड़ने का आदेश, महिआओं के टॉर्चर के लिए मर्द पुलिस: मुलायम के ‘सरकारी आतंक’ से गाँव...
साल 1990 में कारसेवकों को खोजने सांडपुर में घुसी पुलिस की पहली पंक्ति बरसाती थी गोलियाँ, दूसरी समेटती थी लाशें और तीसरी लूट रही थी घरों को।
‘राम के आगे क्या नौकरी, क्या परिवार’: सरकारी शिक्षक ने कारसेवा में खाई 2 गोली, सब्जी बेचने वाला रज्जाक खान कहता था गद्दार, दिखाता...
1990 में 2 गोलियाँ खाकर भी जीवित कारसेवक शिवदयाल ने ऑपइंडिया को बताया कि कैसे उनके आगे ही सरयू पुल पर बिछा दी गईं थी रामभक्तों की लाशें।
अयोध्या में राम मंदिर के आसपास 8 मस्जिदें और 4 कब्रिस्तान, मुस्लिम बहुल मोहल्ला भी… शान से निकलती है ताजिया: वो सच जिसे कॉन्ग्रेसी-वामपंथी...
अयोध्या धर्मनगरी में हैं 8 मस्जिदें और 4 कब्रिस्तान। राम मंदिर बॉउंड्री के पास मुस्लिम बहुल मोहल्ले कजियाना में धूमधाम से निकलती है ताजिया।
आसमान में जलती थी लाल बत्ती, नीचे कारसेवकों पर होने लगती थी फायरिंग: बलिदानियों के परिजनों का दावा, नरसंहार में MP रहे मुन्नन खाँ...
बलिदानी कारसेवकों के परिजनों के मुताबिक, 1990 अयोध्या नरंसहार में तत्कालीन सांसद मुन्नन ख़ाँ भी अपने गुंडों के साथ नकली पुलिस बनकर शामिल था।
श्रीराम मंदिर में गौशाला और वेद पाठशाला भी, गर्भगृह की सुरक्षा CRPF की महिला कमांडो के जिम्मे: अरबपति से लेकर उच्च अधिकारी तक अयोध्या...
रामजन्मभूमि पर बन रहे मंदिर में अरबपति उद्योगपति और A क्लास अधिकारी भी कर रहे हैं श्रमदान। परिसर में होगा वेद पाठशाला, गौशाला और बहुत कुछ।
मुलायम सरकार में ‘राम भक्ति’ था अपराध? जिन्होंने भोगी सजा उन्होंने दिखाया जेल वाला ‘कागज’, OpIndia को सुनाई पीड़ा
उस समय केसरिया पटका लगाकर कोई बाहर निकल जाता था तो गिरफ्तार हो जाता था। तिलक लगाकर निकलता था तो गिरफ्तार हो जाता था।
दशरथ समाधि और हनुमान मंदिर के पास दरगाह: दावा- मंदिर के गेट पर थूकती थी मुस्लिम भीड़, योगी राज में बदली स्थिति
जुलूस निकाल कर मंदिर के गेट पर घंटों रोका जाता था। यहाँ पुड़िया-गुटका खा कर थूका जाता था। 'किसी के बाप का नहीं है भारत' जैसी भड़काऊ बयानबाजी की जाती थी।
जहाँ इतिहास में कभी नहीं हुआ किसी का अंतिम संस्कार, भरत ने वही जगह ढूँढ कर की राजा दशरथ की अंत्येष्टि: पुजारी बोले –...
स्मारक के आसपास कई प्राचीन कालीन अस्त्र-शस्त्र रखे हुए हैं। संदीप दास का दावा है कि उन शस्त्रों पर सदियों से जंग नहीं लगा है। स्मारक के ऊपर प्रतीकत्मक तौर पर राम, लक्ष्मण, भारत द्वारा किया गया पिंडदान रखा हुआ है।