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Bihar Election Ground Report
‘ललुआ का सब आदमी इसके साथ हो गया है’: वह सीट जो बार-बार कह रही थी सरकार एनडीए की ही बनेगी
अजीत झा -
बिहार कवरेज के दौरान हम केवटी सीट पर बार-बार गए। यही वह सीट थी जहाँ पहली बार 'माई समीकरण' को दरकते देखा और एनडीए की वापसी शत-प्रतिशत तय लगी।
बिहार कवरेज की शुरुआत होनी थी माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम से, हम पहुँच गए सिमुलतला
अजीत झा -
बिहार चुनावों का ऑपइंडिया ने कैसे लगाया सटीक अनुमान? पर्दे के पीछे क्या चल रहा था? सीरिज की पहली कड़ी।
जो बिहार में सब जानते हैं वह नीतीश कुमार ने खुद क्यों कहा, PM मोदी ने उन्हें ‘जरूरत’ क्यों बताया?
अजीत झा -
यह महज संयोग नहीं, प्रयोग है। इसका असर हुआ तो एनडीए उस स्थिति में पहुँच सकती है, जिसका अनुमान कोई नहीं लगा रहा।
मिथिला के कवि कोकिल विद्यापति की जन्मस्थली उपेक्षित | Vidyapati’s Bisfi ignored, in bad shape
अजीत झा -
मैथिल लोग जहाँ भी होते हैं, विद्यापति को अपनी धरोहर मान कर स्नेहपूर्वक उनकी बातें करते हैं, लेकिन उनके जन्मस्थल बिस्फी...
‘तेज रफ्तार’ पर राष्ट्रवाद भारी, बिहार की बाज़ी एनडीए ने पलटी
अजीत झा -
नीतीश कुमार से नाराजगी और मुंगेर की घटना से एनडीए ने पहले चरण में जो कुछ खोया उसकी भरपाई अगले दो चरणों में कैसे बदली रणनीति?
हिंदुत्व को मिटाने में सब लगा हुआ है: जाले विधानसभा के रुझान
जिवेश मिश्रा को पूरी उम्मीद है कि उनके क्षेत्र की जनता यह देख कर कॉन्ग्रेस को मुँहतोड़ जवाब देगी, जिसका असर 10 नवंबर को देखने को मिलेगा।
बिहार में 10 नवंबर को क्या होगा? उलझे समीकरणों के बीच जमीन के संकेत स्पष्ट हैं
अजीत झा -
इस चुनावी लड़ाई में BJP सबसे आगे दिख रही। RJD और JDU उसके पीछे। लेकिन, बिना नीतीश कुमार के कोई सरकार बनने की संभावना नहीं दिखती।
एक मुखिया जिसने पंचायत की शक्ल बदल दी, जिन्हें विधानसभा में होना चाहिए: मिलिए मंदाकिनी चौधरी से
अजीत झा -
मंदाकिनी चौधरी का काम एक मुखिया के रूप में जमीन पर नजर आता है। उनकी बातें लक्ष्यहीन या हवा-हवाई किस्म की नहीं हैं।
कुशेश्वर स्थान में विकास और नाराज पंडे | Kusheshwar Asthan and Panda community’s grievances
अजीत झा -
शशिभूषण हजारी ने विकास के दावे किए। मगर पंडों से बात की, तो वो काफी नाराज दिखे। उनका कहना है कि सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया।
आसान पिच पर लालू के माई समीकरण और तेज प्रताप का मुश्किल इम्तिहान!
अजीत झा -
2010 में जदयू के राजकुमार राय ने अन्य जातियों की गोलबंदी के सहारे ही राजद के माई समीकरण को ध्वस्त कर दिया था। 2015 में नीतीश कुमार...