दोनों महिलाओं की हत्या की गई है मामले में पति जमशेद आलम पिछले दो-तीन महीने से किराए के घर में रह रहा था। दोनों इसकी पत्नियाँ थीं, वहीं दोनों महिलाओं की कपड़े से गला दबाकर हत्या की गई है। इस मामले में महिलाओं का पति फरार बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा था कि तबरेज़ अंसारी के पिता मस्कुर अंसारी की भी लगभग 15 साल पहले मॉब लिंचिंग कर दी गई थी। मीडिया रिपोर्टिंग में कहा गया है कि जमशेदपुर के बागबेड़ा इलाके में चोरी करते हुए मस्कुर को भीड़ ने पकड़ लिया था और लिंच कर दिया था।
2016 में मैथ्यूज परिवार ने बिहार के एक अनाथालय से बच्ची को गोद लिया था। केरल के मैथ्यूज ने अमेरिका में अक्टूबर 2017 में शेरिन की हत्या की। मैथ्यूज ने ख़ुद को बचाने के लिए एक के बाद एक कई झूठे दावे पेश किए। कभी उसने कहा कि बच्ची दूध नहीं पी रही थी तो कभी कहा कि वो कहीं ग़ायब हो गई थी।
"मेरी माँ की मृत्यु इस साल फ़रवरी में हो गई थी। उसके तुरंत बाद मेरे अब्बा मोहम्मद शकील अंसारी ने 16 साल की शहनाज़ के साथ शादी कर ली। इसके बाद पिछले हफ्ते उन्होंने एक और लड़की से शादी कर ली। अपनी दोनों बीवियों के साथ रहने के लिए वो मुझे और मेरे पति को घर से बाहर निकालना चाहते हैं।"
जैसे ही वे सूचना भवन के आगे बढ़े, मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों ने उनपर गोली दागनी शुरू कर दी। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से आगे जाते ही मोटरसाइकिल सवार ने कार का पीछा करना बंद दिया।
ओवैसी की पार्टी के नेता कुल 30 गाड़ियों से आए थे, ताकि गाँव में दहशत फैलाई जा सके। वे लोग जिस वाहन से गाँव में पहुँचे थे, उस पर भी ओवैसी की पार्टी का बोर्ड लगा हुआ था। हमले के दौरान उन्होंने मंदिर के ध्वज को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी ने मोहसिन के साथ रहने का फ़ैसला लिया। लेकिन, मोहसिन उर्फ़ बिलाल के इरादे कुछ और ही थे। युवती का आरोप है कि मोहसिन ने अपने एक दोस्त जलाल के साथ मिल कर उसके साथ बलात्कार किया।
सलमान खान सुबह जुहू से कांदिवली की ओर साइकिल से जा रहे थे। इस दौरान अशोक पांडेय ने मोबाइल से सलमान खान का वीडियो शूट करने की कोशिश की। ये बात सलमान को अच्छी नहीं लगी और वो भड़क गए। इसी विवाद पर पत्रकार ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।
किस्सा चाहे गुरमीत राम रहीम का हो या फिर संजय दत्त जैसे लोगों का, यह पैरोल ताकतवरों का आसान हथियार साबित होती जा रही है, जिससे उन नामी अपराधियों के अपने हितों के साथ उनके 'अच्छे आचरण' का हवाला देने वालों के हित भी सलामत रहें।
इंस्पेक्टर नज़ीर अली ख़ान ने बताया कि आरोपितों द्वारा इस्तेमाल की गई बन्दूक नकली है और उसे मेले से ख़रीदा गया है। लेकिन, लोगों का कहना है कि उन पिस्टलों से असली बन्दूक की तरह धुआँ निकलता दिख रहा था। हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के दावों में झूठ ज्यादा दिखाई दे रहा है।