झारखण्ड, साहिबगंज जिले के राजमहल थाना क्षेत्र के नवाबडेरी में एक समुदाय विशेष के 3 युवकों ने एक नाबालिग हिन्दू बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
17 मई की शाम को हुई वारदात में भाई ने छोटी बहन का अपहरण करने के बाद सुनसान जगह पर अपने तीन दोस्तों के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया। इसके बाद गला दबाकर बहन की हत्या कर दी।
पीड़िता के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों के नाम संपतराम, नरेश कुमार मेघवाल और शिवा चौधरी है। इसके अलावा पीड़िता की दोनों सहेलियों को भी आरोपित बनाया गया है।
पीड़िता कहती है कि इतने वर्षों में पुलिस उसकी रिकॉर्डिंग को भी जब्त करने में असफल रही है। साथ ही वे फिरौती के पैसे और वो कार, बंदूक आदि कुछ भी नहीं ढूँढ पाई जिसके बूते.....
"हमारा रुख स्पष्ट है कि हम सभी राष्ट्रों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करते हैं।" - संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि वैश्विक संगठन सभी देशों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने की अपील करता है।
कुछ स्वोघोषित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने दोषियों को मिली मौत की सजा को बदले की कार्रवाई बताया। ऐसे ही एक मानवाधिकार कार्यकर्ता जयंत भट्टाचार्य ने निर्भया की माँ आशा देवी पर अपनी बेटी के लिए न्याय माँगने के लिए ‘गंदी मानसिकता’ और ‘खून की लालसा’ रखने का आरोप लगाया।