“रात के 12 बज चुके हैं और 5 घंटे बाद भी हमारे पास महाराष्ट्र सरकार से कल की 125 ट्रेनों की डिटेल्स और पैसेंजर लिस्टें नही आई है। मैंने अधिकारियों को आदेश दिया है फिर भी प्रतीक्षा करें और तैयारियाँ जारी रखें।"
दोपहर 12 बजे तक भीड़ दोबारा स्टेशन पर जमा हुई और स्थिति पुलिस प्रशासन से हाथ से निकलती दिखाई दी। पुलिस ने इस दौरान बल का भी प्रयोग किया, जिसके कारण कई मजदूरों को चोटें आई।
चोरमारे ने आरोप लगाया कि जब कुलकर्णी की हालत बिगड़ गई, तो उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 108 पर कॉल किया, लेकिन कोई सरकारी एम्बुलेंस उन्हें लेने के लिए नहीं आई।
"मैं 20 साल से स्वास्थ्य विभाग में पूरी मेहनत के साथ काम कर रहा हूँ। मार्च के महीने में मेरी सैलरी 50 फ़ीसदी कटी और अभी तक अप्रैल की सैलरी तक नहीं मिली है।"