अमेठी के मुसाफिरखाना कस्बे में लगे पोस्टर में लिखा गया है, "देख चुनाव पहन ली सारी, नहीं चलेगी होशियारी।" इन पोस्टर पर सपा छात्रसभा का नेता जयसिंह प्रताप यादव का नाम लिखा हुआ है।
वसीम के इस विवादित बयान से कॉन्ग्रेस में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। नाराज़गी के चलते पार्टी की यूथ शाखा के प्रदेश महासचिव शरद शुक्ल ने वसीम के ख़िलाफ़ शिक़ायत भी की है।
कॉन्ग्रेस महासचिव की मानें तो देश में दियासलाई से लेकर मिसाइल तक बना कर देने का काम कॉन्ग्रेस ने किया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ़ विश्व का भ्रमण कर रहे हैं।
गडकरी ने न केवल विकास न होने के दावे पर सवाल उठाया, बल्कि इशारों में यह भी पूछ लिया कि क्या प्रियंका गाँधी यूपीए सरकार के समय में अपने हिंदुत्व का प्रदर्शन कर पातीं?
सीएम योगी ने लिखा, “हमारी सरकार जब से सत्ता में आई है हमने लंबित 57,800 करोड़ रुपए का गन्ना बकाया भुगतान किया है। ये रकम कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है। पिछली सपा-बसपा सरकारों ने गन्ना किसानों के लिए कुछ नहीं किया जिससे किसान भुखमरी का शिकार हो रहा था।”
फ़िरोज़ पारसी थे। क्या कॉन्ग्रेस इसीलिए फ़िरोज़ को याद नहीं करना चाहती क्योंकि उनका नाम आते ही उनके कारण नेहरू के मंत्री के इस्तीफा देने की बात फिर से छेड़ी जाएगी? क्योंकि बड़े कॉंग्रेस नेताओं व उद्योगपतियों के बीच संबंधों की बात फिर से चल निकलेगी?
कॉन्ग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व: प्रियंका गाँधी ने कई मंदिरों के दर्शन करने के साथ-साथ गंगा-आरती में भी हिस्सा लिया। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनकी बोट यात्रा समाप्त होगी। प्रयागराज में उन्होंने मोतीलाल नेहरू के बनाए स्वराज भवन में रात गुजारी।
ऑपइंडिया ने राहुल गाँधी और हथियार दलाल संजय भंडारी के बीच संबंधों का ख़ुलासा करते हुए कई दस्तावेज पेश किए थे। राहुल और पाहवा के बीच संदिग्ध ज़मीन सौदे हुए जो सीसी थम्पी द्वारा वित्तपोषित था। अब हमारे पास और भी एक्सक्लूसिव दस्तावेज हैं।