बिहार के पूर्णिया में मृत्युभोज को लेकर हत्या की यह खबर ऐसे समय में आई है, जब सोशल मीडिया में राजस्थान के मृत्युभोज निवारण अधिनियम 1960 को लेकर बहस छिड़ी हुई है।
कश्मीरी पंडितों के लिए मार्च के 2 साल बाद ही 1992 में वो राम मंदिर आंदोलन के दौरान जेल गए थे। वो 27 साल की उम्र में अटारी गाँव के सरपंच भी चुने गए और दो बार सरपंच रहे।
भजनलाल शर्मा की माँ गोमती देवी ने कहा कि उनके बेटे के सीएम बनने के बाद उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है, ये भगवान की मर्जी है। बुजुर्ग माँ ने कहा कि बालाजी महाराज की कृपा है।