रवीश कुमार की आर्थिक पैकेज पर अज्ञानता; श्रमिकों की चिंता है, लेकिन योगी बस की स्थिति चेक न करे; Y2K पर विशुद्ध झूठ; लोगों को भड़काने की कोशिश जारी है।
यूट्यूब बनाम टिकटॉक युवाओं के दो गुटों के बीच पनप रही प्रतिस्पर्धा और वर्चस्व की लड़ाई नहीं है। ये दरअसल एकक्षत्र राज कर रहे अभिजात हिन्दू बहुल यूट्यूब और उसे चुनौती दे रहे वंचित मजहब बहुल टिकटॉक के बीच का संघर्ष है।
रवीश कुमार ने कई मुद्दों पर बात की, लेकिन उनका मुख्य फोकस यही रहा है कि भारत बर्बाद हो चुका है। टेस्टिंग महीं हो रही है। हम कोविड से नहीं लड़ पा रहे हैं। इस आदमी ने लिखना तो कम किया है, लेकिन जितना लिख रहा है प्रपंच और फ़र्ज़ी बातें ही कर रहा है।