हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी को पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी करने के एक मामले में रासुका के तहत गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले हिन्दू समाज पार्टी का गठन किया था।
बहुजन की 'सेवा' करने वाली पार्टी (BSP) के नेता हैं मुख्तार अंसारी। इनके बेटे हैं अब्बास अंसारी। इनके घर से इटली, ऑस्ट्रिया और स्लोवेनिया मेड रिवॉल्वर, बंदूकें और हजारों कारतूस मिले हैं। इन बंदूकों से बहुजन की 'सेवा' कैसे की जाती है, यह शायद अब्बास अंसारी ही बता पाएँ!
"हज हाउस का नामकरण महापुरुषों के नाम पर होना चाहिए, जो पूरे देश में आदर्श हों। इन महापुरुषों के ज़रिए आम लोगों और युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, उनसे प्रेरित होकर लोगों के मन में कुछ कर गुज़रने का जज़्बा पैदा होगा।"
अयोध्या मामले में फ़ैसले की घड़ी समीप आने के साथ ही यूपी सरकार भी एक्शन के मोड में आ गई है। अधिकारियों को अपने मुख्यालय में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
पीड़ित पक्ष की ओर से आरोपित पति समेत पाँच के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया गया है। अभी किसी के गिरफ्तारी की सूचना नहीं हैं। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।
40 कुम्हार परिवार की आबादी वाले गाँव जयसिंहपुर में सभी परिवारों को क्षमता अनुसार दीपक बनाने का ऑर्डर दिया गया है। कुम्हारों के चाक जगमग हो उठे हैं। इससे चाइनीज झालरों की चकाचौंध कम होगी और दीपक की रौशनी में पूरा अयोध्या नहाएगा।
फुरकान अली के अनुसार उनके ऊपर लगे सभी आरोप फर्जी हैं। उनका मत है कि उनके स्कूल में सरस्वती वंदना भी करवाई जाती है, लेकिन चूँकि उनके स्कूल में 90 फीसद बच्चे मुस्लिम हैं तो उनके आग्रह पर इस्लाम की प्रार्थना करवाई जाती है।
1996, 1999 और 2009 में संसद की सदस्य रहीं राजकुमारी रत्ना यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुईं। 21 अक्टूबर को प्रतापगढ़ में उपचुनाव होना है। ऐसे में उनका जाना कॉन्ग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस एक आरोपित को बाइक पर बैठाकर ले जा रही है। वीडियो के अंत में एक युवक आकर बताता है कि महिला के साथ बदतमीजी करने वालों में 6 लड़के शामिल थे।
केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, “देवी लक्ष्मी हथेली, साइकिल या घड़ी पर नहीं बैठतीं, बल्कि वह कमल पर बैठती हैं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 कमल के फूल के कारण ही निरस्त हुआ। कमल विकास का प्रतीक है।”