राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को इस्लामिक कट्टरपंथियों से खतरा है। बिहार पुलिस को खुफिया सूचनाओं के आधार पर अलर्ट पर रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि कुछ इस्लामिक कट्टरपंथी मोहन भागवत की हत्या की साजिश रच रहे हैं। इस सूचना के बाद बिहार पुलिस ने मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ा दी है।
भागवत की व्यक्तिगत सुरक्षा में लगे कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही उनके होने वाले कार्यक्रमों में भी विशेष चौकसी रखी जाएगी। उनके कार्यक्रमों में भी सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। बता दें कि भागवत तीन दिनों के बिहार दौरे पर हैं।
बिहार पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मोहन भागवत की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। हर समय उनकी सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि मोहन भागवत पर माओवादियों, आतंकियों और इस्लामिक कट्टरपंथियों के साथ ही पाकिस्तान की आईएसआई की ओर से खतरा बना हुआ है।
डीआइजी से मिले निर्देश बाद से भागलपुर में सभी प्रमुख मार्गों, जिले के प्रवेश नाकों पर वाहनों की सघन तलाशी ली जा है। होटलों और धर्मशालाओं के अलावा लॉजों पर विशेष नजर रखी जा रही है। संघ प्रमुख के 21 और 22 दिसंबर को भागलपुर में हो रहे परिभ्रमण कार्यक्रम से जुड़े स्थलों और उसके आसपास के इलाकों में पुलिस सक्रिय हो गई है।
बता दें कि मोहन भागवत 21 दिसंबर 2023 की शाम भागलपुर पहुँचे हैं। वहाँ वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। अगले दिन 22 दिसंबर 2023 को महर्षि मेंहीं आश्रम कुप्पा घाट में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वो पटना रवाना हो जाएँगे।
इन कार्यक्रमों की सुरक्षा का जिम्मा भागलपुर रेंज के डीआइजी विवेकानंद, एसएसपी आनंद कुमार, सिटी एसपी अमित रंजन, सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी को सौंपी गई है। यही नहीं कोतवाली, जोगसर और बरारी थानाक्षेत्र में संघ प्रमुख के आगमन, कार्यक्रम और प्रवास को देखते हुए इन तीनों थाना क्षेत्रों में आवाजाही वाले मार्ग की किलेबंदी की गई है।
बताते चलें कि मोहन भागवत को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। इसके अलावा, उन्हें सीआईएसएफ की विशेष सुरक्षा भी मिली हुई है। इसके बाद प्रदेश की सरकार वहाँ की पुलिस को विशेष तौर तैनात करेगी। इसके लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को लगाया गया है।