भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा की पत्नी मल्लिका की फॉर्च्यूनर कार 19 मार्च, 2024 को दिल्ली के गिरी नगर इलाके से चोरी हो गई थी। इस गाड़ी को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस ने सामूहिक अभियान चला कर 15 दिनों बाद गुरुवार (4 मार्च, 2024) को वाराणसी से खोज निकाला। अलग-अलग प्रदेशों में दी गई दबिश के दौरान इस फॉर्च्यूनर को चुराने वाली गैंग के कई सदस्य गिरफ्तार किए गए। 15 दिनों में यह वाहन 3 अलग-अलग मौकों पर बेचा गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 मार्च को यह फॉर्च्यूनर तब चोरी हुई जब इसे दिल्ली के गिरी नगर इलाके में सर्विसिंग के लिए भेजा गया था। जेपी नड्डा के ड्राइवर जोगिंदर सिंह ने इसकी FIR थाना गोविंदपुरी में दर्ज करवाई थी। दिल्ली पुलिस ने फ़ौरन ही फॉर्च्यूनर की तलाश शुरू कर दी। जाँच के दौरान मिले पहले CCTV फुटेज में फॉर्च्यूनर दिल्ली से गुरुग्राम की तरफ जाती दिखी। इसके आगे के फुटेज का मिलान करते हुए दिल्ली पुलिस फरीदाबाद के बुडकल इलाके में पहुँची।
यहाँ फॉर्च्यूनर की तलाश में दिल्ली और हरियाणा पुलिस मिल कर काम करने लगीं। कुछ ही देर में यह पता लगा लिया गया कि चोरी शिवांश और शाहिद नाम के 2 चोरों द्वारा की गई है। इन दोनों को गाड़ी चोरों के एक बड़े गैंग का मेंबर बताया गया। पुलिस ने फ़ौरन शाहिद और शिवांश की तलाश शुरू कर दी। आखिरकार 22 मार्च को पटियाला हाउस के पास शिवांश दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पूछताछ में उसने चोरी में अपने साथ शाहिद, फारुख और शाहकुल के भी शामिल होने की जानकारी दी।
मिली जानकारी के मुताबिक, ये चारों आरोपित फॉर्च्यूनर चुराने हुंडई की क्रेटा कार से गए थे। यह क्रेटा कार भी इन आरोपितों ने कुछ दिनों पहले नोएडा से चुराई थी। नड्डा परिवार की फॉर्च्यूनर चुरा कर इन्होंने उसे फरीदाबाद में रहने वाले फारुख नाम के व्यक्ति के फॉर्म हाउस में छिपा दिया था। यहीं पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से सलीम नाम का ग्राहक आया। उसने फॉर्च्यूनर पसंद कर के खरीद ली। सलीम का काम ही चोरी की गाड़ियाँ कम दामों पर खरीद कर ऊँचे रेट पर बेचना बताया जा रहा है। उसका कारोबार UP के मुरादाबाद, मैनपुरी, हाथरस और सीतापुर जैसे शहरों में फैला हुआ है।
सलीम की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस ने लखीमपुर खीरी में दबिश दी। इस दबिश में उत्तर प्रदेश पुलिस भी शामिल रही। सलीम को पकड़ लिया गया। पूछताछ में सलीम ने बताया कि वो फॉर्च्यूनर कार सीतापुर जिले के मोहम्मद रईस को बेच चुका है। दिल्ली पुलिस ने फ़ौरन ही सलीम की निशानदेही पर सीतापुर में रेड की। सीतापुर में मोहम्मद रईस को भी दबोच लिया गया लेकिन फॉर्च्यूनर यहाँ भी नहीं मिली। रईस ने बताया कि उसने फॉर्च्यूनर को खरीद कर फ़ौरन ही अमरोहा जिले के फुरकान को बेच दिया है।
फुरकान की तलाश में पुलिस ने तत्काल अमरोहा में दबिश दी। यहाँ फुरकान तो मिला लेकिन चोरी हुआ वाहन नहीं। फुरकान ने पुलिस को बताया कि वो फॉर्च्यूनर को वाराणसी के बेनिया बाग़ की पार्किंग में खड़ा कर के आया है। फुरकान की बताई गई जगह पर पुलिस टीम 4 मार्च, 2024 को पहुँच गई। सूचना सही पाई गई और बेनिया बाग़ की पार्किंग से जे पी नड्डा की पत्नी की फॉर्च्यूनर को बरामद कर लिया गया। अब तक शिवांश, शाहिद, सलीम, मोहम्मद रईस और फुरकान को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना में शामिल अन्य संदिग्धों की तलाश में दबिश दी जा रही है।