Saturday, April 27, 2024
Homeदेश-समाजसंसद में हंगामा कर रहे उत्पाती सांसदों पर बरसा सुमित्रा महाजन का कहर, 4...

संसद में हंगामा कर रहे उत्पाती सांसदों पर बरसा सुमित्रा महाजन का कहर, 4 सांसदों को फिर किया सस्पेंड

संसद में बिगड़ती परिस्थितियों को देखते हुए स्पीकर द्वारा कड़ा कदम उठाया गया और AIADMK पार्टी के तीन सांसद और TDP के एक सांसद को अगले दो दिनों के लिए ससपेंड कर दिया गया।

लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने आज नियम 374 ए के तहत 4 सांसदों को दो दिन के लिए बर्खास्त कर दिया। इन बर्खास्त सांसदों में AIADMK पार्टी में 3 बड़े सांसद पी वेणुगोपाल, के एन रामचंद्रन, के गोपाल नाम शामिल हैं। इनके अलावा TDP पार्टी के सांसद एन. शिवप्रसाद भी शामिल हैं।

आज सुबह संसद का सत्र शुरू होने के बाद ही रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने झूठ बोलने का आरोप लगाया और साथ में रफाल सौदे पर एक बार फिर जेपीसी मांग की । जिसके बाद विपक्षी दलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। स्पीकर सुमित्रा महाजन की बहुत कोशिशों के बाद भी शोर कर रहे सांसद नहीं मानें। संसद में बिगड़ती परिस्थितियों को देखते हुए स्पीकर द्वारा कड़ा कदम उठाया गया और AIADMK पार्टी के तीन सांसद और TDP के एक सांसद को अगले दो दिनों के लिए ससपेंड कर दिया गया।

इस बार चल रहे शीतकालीन सत्र में लोकसभा स्पीकर अपनी शक्तियों का पूरा इस्तेमाल करती दिखाई दे रही हैं। इससे पहले भी सुमित्रा महाजन ने AIADMK और TDP के कुछ सांसदों को 5 दिनों के लिए ससपेंड कर दिया था।

दरअसल, इस दिन कावेरी नदी पर बनने वाले बाँध के मुद्दे पर और रफाल मुद्दे पर कुछ सांसद बिना रुके हंगामा कर रहे थे। इस दौरान विपक्ष द्वारा लोकसभा और राज्यसभा के भीतर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस बीच कुछ सांसद स्पीकर की वेल में आकर हंगामा किया और कागज के कुछ टुकड़ों को फाड़कर अध्यक्ष के सीट की तरफ फेंक दिया। सांसदों का ऐसा बर्ताव देखकर स्पीकर महोदय बेहद नाराज़ हुई और सांसदों को जमकर फटकार लगाई और 22 सांसदों को ससपेंड भी कर दिया।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

राम-राम कहने पर मुँह में डाल दी लाठी, छाती में गोली मार सड़क पर घसीटी लाश: कारसेवक कमलाकांत पांडेय, मुलायम सरकार में छीना गया...

जानिए 1990 में बलिदान हुए कारसेवक कमलाकांत के बारे में जिनकी पत्नी का 'मंगलसूत्र' अयोध्या में सिर्फ राम-राम कहने पर नोच लिया गया था

जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकते हैं कैदी, लेकिन नहीं डाल सकते वोट: आखिर ऐसा क्यों? जानिए क्या कहता है कानून

लोगों का कहना है कि जब जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकता है तो जेल में रहते हुए वोट क्यों नहीं डाल सकता है। इसको लेकर अपने-अपने नियम हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe