Monday, December 23, 2024
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‘नाजायज संतान थे पाँचों पांडव, कुंती और माद्री के अन्य मर्दों से थे सम्बन्ध’: ‘दबंग दुनिया’ को लीगल नोटिस

अधिवक्ता दूबे ने अपनी शिकायत में लिखा है कि महाभारत में ऐसा कहीं नहीं लिखा हुआ है और इसीलिए मीडिया संस्थान ने ये लेख प्रकाशित कर के हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। साथ ही उन्होंने असली कहानी याद दिलाई है, जिसके अनुसार दुर्वासा ऋषि ने कुंती की सेवा से प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया था कि वो जिस भी देवता का आह्वान करेंगी.....

अधिवक्ता आशुतोष जे दूबे ने ‘दबंग दुनिया’ नामक मीडिया संस्थान के ख़िलाफ़ क़ानूनी नोटिस तैयार किया है। ‘दबंग दुनिया’ ने महाभारत काल में पांडवों की माँ (2 की सौतेली माँ) कुंती का अपमान किया है। उसने महाभारत की अनोखी कथाओं के नाम पर ये झूठ परोसा है। इस लेख में दावा किया गया है कि तब महिलाएँ एक से ज्यादा पुरुषों के साथ सम्बन्ध रखती थीं और ऐसे ही उनकी कई संतानें पैदा होती थीं। साथ ही पांडव बंधुओं को ‘नाजायज संतान’ करार दिया गया है।

अधिवक्ता दूबे ने अपनी शिकायत में लिखा है कि महाभारत में ऐसा कहीं नहीं लिखा हुआ है और इसीलिए मीडिया संस्थान ने ये लेख प्रकाशित कर के हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। साथ ही उन्होंने असली कहानी याद दिलाई है, जिसके अनुसार दुर्वासा ऋषि ने कुंती की सेवा से प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया था कि वो जिस भी देवता का आह्वान करेंगी, उनके आशीर्वाद से उन्हें उनकी ही तरह पुत्र की प्राप्ति होगी।

इसके बाद धर्मराज, इंद्र और वरुण से उन्हें क्रमशः युधिष्ठिर, अर्जुन और भीम के रूप में तीन पुत्र प्राप्त हुए। बाद में कुंती ने ये मन्त्र माद्री को सिखाया, जिससे उन्हें भी दोनों अश्विनीकुमारों से नकुल एवं सहदेव नामक पुत्र मिले। जबकि इस लेख में पाँचों पांडवों को कुंती की ही ‘नाजायज़ संतान’ बताया गया है। साथ ही मूल महाभारत की कथा से भी छेड़छाड़ की गई है। प्रतीत होता है कि बिना पुस्तक पढ़े ही लेख लिख दिया गया है।

वकील आशुतोष जे दूबे ने लिखा है कि इस तरह से ‘दबंग दुनिया’ ने करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का अपमान किया है। साथ ही उन्होंने संस्थान को लीगल नोटिस भी भेजा है। अपने लेख में उल-जलूल स्रोत को आधार बनाते हुए ‘दबंग दुनिया’ ने लिखा है:

“कुंती ने भी विवाह से पूर्व व विवाह के बाद अलग संबंध बनाए थे। विवाह के बाद पाण्डु के कमजोर पुरुष साबित होने पर इन्होंने पति की इच्छा व सहमति से तीन अन्य पुरुषों से अपनी शारीरिक आवश्यकता, प्रेम संतुष्टि व वंशवृद्धि के लिए प्रेम संबंध स्थापित किया और युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन को जन्म दिया था। इसी तरह से पाण्डु की दूसरी पत्नी ने बच्चों के जन्म के लिए किसी अन्य मर्द से संबंध स्थापित किए, तब नकुल और सहदेव का जन्म हुआ था। तो क्या यहाँ पर यह सोचना सही है कि पाँचों ही पांडव नाजायज संतान थे?”

साथ ही इसमें पाण्डु के ‘कमजोर’ होने की बात लिखी गई है, जो ग़लत है। असल में उन्हें एक ऋषि का श्राप था, जिस कारण वो अपनी पत्नियों के साथ सहवास करते ही मृत्यु को प्राप्त हो जाते, इसीलिए कुंती और माद्री ने देवताओं का आह्वान किया। वकील दूबे ने इस लेख को वास्तविकता से परे फेक न्यूज़ करार दिया है। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर इस लेख का स्क्रीनशॉट और लिंक भी शेयर किया, ताकि अन्य लोग इस प्रोपेगंडा से वाकिफ हो सकें।

आजकल हिन्दू देवी-देवताओं और धार्मिक भावनाओं का मजाक लगातार बनाया जा रहा है। हाल ही में कॉमेडियन आलोकेश ने हनुमान चालीसा का मजाक उड़ाया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्होंने माफ़ी माँग ली। इसी तरह जी मीडिया के एक शो ‘गॉडमैन‘ में हिन्दू धर्म को ग़लत दिखाया गया था, जिसे शिकायत के बाद प्लेटफार्म से हटा दिया गया। अनुष्का शर्मा की ‘पाताल लोक‘ और एकता कपूर की सीरीज में भी देश व धर्म का अपमान किया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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