Sunday, November 24, 2024
Homeदेश-समाजPM मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी को लिखा पत्र: न्यू इंडिया का मंत्र समेटे...

PM मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी को लिखा पत्र: न्यू इंडिया का मंत्र समेटे इस आभार में पढ़ें क्या है खास

एक छोटे से शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरना और अपने साथ-साथ पूरे देश को गौरव दिलाना बहुत महत्तवपूर्ण बात हैं। इसके बाद आपने अपनी ही भाँति उन करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया जो भले ही बड़े स्कूल और कॉलेज नहीं जाते थे और न ही उनका संबंध किसी शाही परिवार से था। लेकिन बावजूद इसके उनके पास प्रतिभा थी कि वह अपने आप को उच्च स्तर तक ले जाएँ।

भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जब से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है। तभी से उनके प्रशंसक सोशल मीडिया पर उन्हें अलग-अलग तरह से ट्रिब्यूट दे रहे हैं। अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की है। पीएम मोदी ने उन्हें पत्र लिखकर आभार भी व्यक्त किया है। इस पत्र में ‘कैप्टेन कूल’ के शांत स्वभाव की प्रशंसा से लेकर ये तक कहा गया है कि धोनी नए भारत के युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेंगे।

इस पूरे पत्र में किस तरह देश के प्रधानमंत्री ने देश के सबसे बेहतर क्रिकेट कप्तान के लिए क्या लिखा है। आइए पढ़ें:

प्रिय महेंद्र,
15 अगस्त के अवसर पर आपने अपने नम्र अंदाज में एक छोटी सी वीडियो साझा की, जो पूरे देश के लिए एक लंबी और भावुक चर्चा के लिए पर्याप्त थी। 130 करोड़ भारतीय इससे निराश थे लेकिन वे अंदर से आपके प्रति आभारी भी थे, उस सब के लिए जो आपने पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट के लिए किया है। 

आपके क्रिकेट करियर पर नजर डालने का एक तरीका है कि उसे आँकड़ों के जरिए देखें। आप सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं, जिन्होंने भारत को दुनिया के चार्ट में सबसे ऊपर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका नाम इतिहास में सबसे महान क्रिकेट कप्तान के रूप में, दुनिया के बल्लेबाजों में से, और निश्चित रूप से एक सबसे अच्छे विकेटकीपर के तौर पर लिया जाएगा।

मुश्किल परिस्थितियों में आपकी निर्भरता, मैचों को फिनिश करने की आपकी क्षमता, खासतौर पर 2011 के विश्व कप के फाइनल की याद, पीढ़ियों तक लोगों के जेहन में ताजा रहेगी।

महेंद्र सिंह धोनी को सिर्फ उनके करियर के आँकड़ों और मैच जीतने की भूमिका की वजह से ही याद नहीं रखा जाएगा। आपका सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में मूल्यांकन आपके साथ अन्याय होगा। आपको सही तरह से मूल्यांकित करने के लिए आपको अद्भुत शख्सियत के रूप में देखा जाना चाहिए!

एक छोटे से शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरना और अपने साथ-साथ पूरे देश को गौरव दिलाना बहुत महत्तवपूर्ण बात हैं। इसके बाद आपने अपनी ही भाँति उन करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया जो भले ही बड़े स्कूल और कॉलेज नहीं जाते थे और न ही उनका संबंध किसी शाही परिवार से था। लेकिन बावजूद इसके उनके पास प्रतिभा थी कि वह अपने आप को उच्च स्तर तक ले जाएँ।

आप नए भारत की संकल्पना के लिए एक महत्तवपूर्ण उदहारण हैं जहाँ युवाओं की किस्मत उनका परिवार नहीं तय करता बल्कि वह खुद अपना नाम और अपनी किस्मत बनाते हैं।

हम कहाँ से आते हैं इस बात का तभी तक कोई फर्क नहीं पड़ता जब तक कि हम जानते हैं कि हम कहाँ है- ये वह भाव है जिससे आपने कई युवाओं को प्रोत्साहित किया।

मैदान पर आपके बहुत से कारनामे पीढ़ियाँ याद रखेगी। यह पीढ़ी रिस्क लेने से नहीं घबराती और मुश्किल घड़ी में भी एक दूसरे की काबिलियत को सराहती है। इसने आपसे ही कठिन से कठिन परिस्थिति में रिस्क लेना सीखा है। बिलकुल उसी तरह जैसे आपने तनाव वाली स्थिति में कई बार नवयुवकों को मौका देकर रिस्क लिया। साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में अंतिम ओवर जोगेंद्र सिंह से फिंकवाना इसका शानदार उदाहरण है।

यह पीढ़ी कठिन से कठिन परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखती है- जैसा हमने आपकी बहुत सी पारियों और मैचों में देखा हैं। हमारा युवा विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं छोड़ता और बिना डरे स्थिति का सामना करता है-जैसे आप अपनी टीम का नेतृत्व करते थे।

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बाल लंबे हैं या छोटे। आप जिस तरह जीत के बाद शांत दिखते हैं उसी तरह हार के बाद भी शांत रहते हैं। यह युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है।

भारतीय सैन्य बलों से आपके विशेष लगाव का भी मैं यहाँ जिक्र करना चाहूँगा। आप एक सैनिक के रूप में सबसे ज्यादा खुश दिखाई दिए थे। कल्याण के लिए आपकी प्रतिबद्धताएँ हमेशा याद रखी जाएँगी।

मुझे उम्मीद है कि साक्षी और जिवा अब आपके साथ अधिक समय बिता पाएँगी। मैं आप सबको शुभकामनाएँ देता हूँ, क्योंकि उनके त्याग और सहयोग के बिना कुछ भी संभव नहीं होता। युवा आपसे सीखेंगे कि पेशेवर और निजी जिंदगी के बीच कैसे तालमेल बिठाया जाता है। मैंने आपकी एक तस्वीर देखी है, जिसमें आप प्यारी जीवा के साथ खेल रहे हैं। एक टूर्नामेंट में जीत के बाद आप अपनी बेटी के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं। यही विशिष्ट धोनी हैं।

मैं आपको भविष्य के लिए शुभकामाएँ देता हूँ।

यहाँ बता दें कि इस पत्र को पढ़ने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद लिखते हुए कहा, “एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी जिस चीज के लिए तरसते हैं, वह है प्रशंसा, कि उनकी मेहनत और त्याग को हर कोई देख रहा है और उनकी सराहना की जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी आपकी प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद की गलियों में कहाँ से आकर बसी दंगाई भीड़, कैसे जमा किए इतने पत्थर… किसकी साजिश में जला संभल?

संभल में इतनी बड़ी संख्या में भीड़ कहाँ से आई? इतने पत्थर एक साथ कैसे बरसे कि उससे सड़क पट गई, ट्रैक्टरों में पत्थरों को लादकर ले जाना पड़ा?

महाराष्ट्र में वोट जिहाद की थी तैयारी, पर RSS ने हिंदुओं को बँटने नहीं दिया: जमीन पर अतुल लिमये ने सबको रखा ‘एक’, नतीजों...

महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली महायुति की प्रचंड जीत में RSS की रणनीति और जमीनी स्तर पर काम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके सूत्रधार अतुल लिमये रहे हैं।
- विज्ञापन -