Sunday, May 19, 2024
Homeदेश-समाजमस्जिद के पास बम बलास्ट, मदरसे की इमारत पूरी तरह हुई ध्वस्त: मौलवी समेत...

मस्जिद के पास बम बलास्ट, मदरसे की इमारत पूरी तरह हुई ध्वस्त: मौलवी समेत पाँच घायल घटना के बाद से फरार

मदरसा के अंदर दर्जनों की संख्या में बम रखे हुए थे। ऐसे में कुछ लोगों का कहना है कि हो सकता है कि गर्मी के कारण विस्फोट हो गया हो। वहीं, अन्य लोगों का कहना है कि मदरसा के अंदर बम बनाने के क्रम में विस्फोट हुआ होगा। बम काफी शक्तिशाली थे, क्योंकि....

बिहार के बाँका से मंगलवार (7 जून 2021) को दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाँका टाउन थाना क्षेत्र के नवटोलिया में नूरी मस्जिद इस्लामपुर परिसर के आगे एक मदरसे में आज सुबह 8 बजे बम विस्फोट होने से आसपास का इलाका थर्रा उठा। बम विस्फोट से मदरसा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, मदरसे के मौलवी मोहम्मद मोमिद सहित चार से पाँच लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायल ऑटो पर सवार होकर किसी गुप्त स्थान पर इलाज के बाद झारखंड चले गए।

मौलवी झारखंड के गोड्डा का निवासी

घटना के बाद से स्थानीय घरों के पुरुष भी फरार हैं। वहीं, यहाँ कि महिलाएँ भी कुछ भी बोलने से इनकार रही हैं। मौलवी झारखंड के गोड्डा का निवासी बताया जा रहा है। पत्रिका की रिपोर्ट अनुसार, इस घटना में एक बच्चे समेत 6 ग्रामीणों के भी जख्मी होने की सूचना है।

जागरण की रिपोर्ट में आगे यह भी बताया गया है कि मदरसा के अंदर दर्जनों की संख्या में बम रखे हुए थे। ऐसे में कुछ लोगों का कहना है कि हो सकता है कि गर्मी के कारण विस्फोट हो गया हो। वहीं, अन्य लोगों का कहना है कि मदरसा के अंदर बम बनाने के क्रम में विस्फोट हुआ होगा। बम काफी शक्तिशाली थे, क्योंकि मलवे का कई भाग सड़क के दूसरे किनारे पर जाकर गिरा है। हालाँकि, कोरोना के कारण मदरसा के बंद होने के चलते यहाँ एक भी बच्चा नहीं था। नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी। बम विस्फोट की जाँच के लिए फॉरेंसिक टीम को भागलपुर से बुलाया गया है।

एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव, अभियान एएसपी अयोध्या सिंह, थानाध्यक्ष शंभू यादव सहित अन्य पुलिस बलों ने घटना के बारे में पूछताछ की, लेकिन स्थानीय लोग कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। डीआईजी सुजीत कुमार ने बताया कि विस्फोट में घायल किसी भी व्यक्ति का अभी पता नहीं चल पाया है। एसपी को घायलों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक जाँच दल को भी भेजा गया है, ताकि विस्फोट के कारणों और विस्फोटक के प्रकार का पता लगाया जा सके।

वहीं, बांका के एसपी अरविंद कुमार गुप्ता का कहना है कि मस्जिद के आगे बने मरदसे में बम विस्फोट मामले की जाँच वैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। इसमें अभी तक दो लोगों के जख्मी होने की सूचना मिली है। पुलिस विस्फोट किस उद्देश्य से किया गया इसको लेकर जाँच कर रही है। साथ ही मौलवी को लेकर भी जाँच जारी है। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए बांका पुलिस के अलावा बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) घटनास्थल पर हैं।

कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि 5 किलो के एलपीजी सिलेंडर के फटने से भी विस्फोट हो सकता है, लेकिन विस्फोट के बाद भी सिलेंडर अपने स्थान पर पाया गया। बिहार के गृह विभाग ने जहाँ इस मामले की गहन जाँच के आदेश दिए हैं, वहीं अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं और विस्फोटक अधिनियम की धारा-5 के तहत आपराधिक साजिश, विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाही बरतने का मामला भी दर्ज किया गया है।

बता दें कि नवटोलिया व मजलिशपुर के बीच कई बार खूनी संघर्ष की घटना घटी है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि नवटोलिया के लोगों द्वारा मदरसे में बम व हथियार रखने की चर्चा है

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिसे वामपंथन रोमिला थापर ने ‘इस्लामी कला’ से जोड़ा, उस मंदिर को तोड़ इब्राहिम शर्की ने बनवाई थी मस्जिद: जानिए अटाला माता मंदिर लेने...

अटाला मस्जिद का निर्माण अटाला माता के मंदिर पर ही हुआ है। इसकी पुष्टि तमाम विद्वानों की पुस्तकें, मौजूदा सबूत भी करते हैं।

रोफिकुल इस्लाम जैसे दलाल कराते हैं भारत में घुसपैठ, फिर भारतीय रेल में सवार हो फैल जाते हैं बांग्लादेशी-रोहिंग्या: 16 महीने में अकेले त्रिपुरा...

त्रिपुरा के अगरतला रेलवे स्टेशन से फिर बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े गए। ये ट्रेन में सवार होकर चेन्नई जाने की फिराक में थे।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -