Sunday, May 26, 2024
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मन लगा कर पोर्न साइट्स देख रहे तालिबानी, सेक्स वर्कर्स की बना रहे लिस्ट: सार्वजनिक मौत की सजा का प्लान?

तालिबानियों के हाथ कुछ ऐसे वीडियो भी लगे हैं, जिसमें अफगान वेश्याएँ पश्चिमी देशों के पुरुषों के साथ संबंध बनाती दिखाई देती हैं। जिसके बाद से तालिबान इन महिलाओं की पहचान के लिए...

अफगानिस्तान पर शासन के बाद तालिबान ने महिलाओं को शरिया कानून के तहत बर्ताव करने की हिदायत दी है। इस बीच तालिबानी अब अफगानी वेश्याओं (Afghan Prostitutes) की किल लिस्ट (वो सूची जिसके अनुसार ये सबको मारेंगे) बना रहे हैं। इसके लिए तालिबान तमाम पोर्न साइट्स खंगाल रहा है।

माना जा रहा है कि तालिबान इन सेक्स वर्कर्स को सार्वजनिक रूप से मौत की सजा देगा। यह भी आशंका जाहिर की गई है कि तालिबान इन्हें अपने आनंद के लिए प्रताड़ित भी कर सकता है। बता दें कि तालिबानी महिलाओं के सिर काटने, पत्थर मारने या लटकाए जाने से पहले उनका बलात्कार भी करते हैं।

अश्लील साइट खंगाल रहे तालिबानी

‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान का हत्यारी दस्ता (death squads) अश्लील साइटों को खंगाल रहे हैं। तालिबानियों के हाथ कुछ ऐसे वीडियो भी लगे हैं, जिसमें अफगान वेश्याएँ पश्चिमी देशों के पुरुषों के साथ संबंध बनाती दिखाई देती हैं। जिसके बाद से तालिबान इन महिलाओं की पहचान के लिए व्यापक अभियान चला रहा है। 1996 से 2001 तक तालिबान के शासन में भी कई ऐसी महिलाओं को खौफनाक और बर्बर तरीके से सार्वजनिक मौत की सजा दी गई थी।

इन महिलाओं की सार्वजनिक हत्या करने का प्लान!

एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि तालिबानी इन वेश्याओं की खोज के लिए पाखंड को प्रदर्शित कर रहे हैं। वे पोर्नोग्राफी की निंदा करने का दिखावा करते हैं, लेकिन खुद उसका पालन नहीं करते। तालिबानी अफगान वेश्याओं की पहचान के लिए एडल्ट साइट्स की गहराई से छानबीन कर रहे हैं। ताकि वे इन महिलाओं को पकड़कर या तो मार डालें या अपना गुलाम बना सकें।

तालिबान ने पिछले 20 साल से अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में शातिर रणनीति जारी रखी है। ये शादी से बाहर यौन संबंध रखने के लिए महिलाओं की हत्या कर देते हैं। हालाँकि, वे खुद पर और स्थानीय पुरुषों पर इस कानून को लागू नहीं करते हैं। बता दें कि अफगानिस्तान में सेक्स कार्य अवैध है, लेकिन जैसे-जैसे देश में व्यवसाय बढ़ा वैसे-वैसे सेक्स के लिए खुद को बेचने वाले पुरुषों और महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई क्योंकि उनके पास कोई दूसरा काम नहीं था।

अफगानिस्तान में मानवाधिकार संगठनों ने जून में चेतावनी देते हुए बताया था कि अफगानिस्तान से सुरक्षाबलों की वापसी से पहले देश की राजधानी काबुल में ‘सैकड़ों’ सेक्स वर्कर्स थे। रिपोर्ट के मुताबिक ये वेश्यालय दोस्तों के घरों, कॉफी की दुकानों और ब्यूटी सैलून में चल रहे थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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