Sunday, December 22, 2024
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‘BJP का मॉडल, घृणा फैलाने वाला कीड़ा, नाजी गंदगी’: सहवाग के ‘पटाखे’ से फटे कॉन्ग्रेसी और लिबरल

"पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग फेक न्यूज़ के जरिए मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के लिए उकसा रहे। वीरेंद्र सहवाग कितना गंदा, नाजी मैल है।"

T20 विश्व कप में भारत को अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारत के कई हिस्सों में पाकिस्तान की जीत के जश्न में पटाखे छोड़े गए। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने जब इसकी आलोचना की तो कॉन्ग्रेस सहित पूरा लिबरल गिरोह उन पर पिल पड़ा। बता दें कि कई मुस्लिम बहुल इलाकों में भारतीय टीम की हार का जश्न मनाए जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस ने लिखा, “भारत के रंगों से लेकर सांप्रदायिक रंगों तक। वीरू पाजी, ये क्या दोहरा रवैया है कि जब सीमा पर किसानों के बेटे बलिदान हो रहे हैं और उनके पिता सिंघु सीमा पर ‘किसान आंदोलन’ में बैठे हैं – इस पर आपका ध्यान नहीं जाता, लेकिन पटाखे उड़ाने जैसी बकवास चीजों पर आप बोलते हैं। आप कभी एक रोल मॉडल हुआ करते हैं, भाजपा के मॉडल नहीं।” इस ट्वीट से कॉन्ग्रेस पार्टी की खुन्नस साफ़ दिखती है।

‘पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस’ ने वीरेंद्र सहवाग पर साधा निशाना

‘इंडिया टाइम्स’ की कॉरेस्पोंडेंट श्वेता सेंगर ने तो वीरेंद्र सहवाग के लिए ‘कीड़ा’ और ‘घृणा फैलाने वालों में टॉप-रेटेड’ जैसी शब्दावली का प्रयोग किया। उन्होंने दावा किया कि ‘करवा चौथ’ के मौके पर भी पटाखे छोड़े जाते हैं, वो भी प्रतिबंध के बावजूद। उन्होंने पूछा कि क्या आप दिल्ली की जहरीली हवा को भूल गए?

श्वेता सेंगर ने भी दिखाई अपनी ‘पत्रकारिता’

घृणा फैलाने वालों में हमेशा अव्वल रहे अशोक स्वेन ने तो यहाँ तक कह दिया कि अगर वीरेंद्र सहवाग जैसे लोग क्रिकेट के एम्बेसडर हैं तो फिर क्रिकेट देखना ही छोड़ना पड़ेगा और दूसरे खेलों का रुख करना होगा।

अशोक स्वेन को क्रिकेट से ही अब हो गई नफरत

कॉन्ग्रेस समर्थक सुमंत रहमान ने लिखा, “वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट का पहला भाग कुत्ते की सीटी के जैसा है, एक ऐसे व्यक्ति द्वारा जो कभी इतना महान क्रिकेटर हुआ करता था। उन्होंने पूछा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग आखिर कैसे इतना नीचे गिर रहे हैं?”

कॉन्ग्रेस समर्थक सुमंत रहमान का ट्वीट

एक अन्य यूजर ने तो वीरेंद्र सहवाग को संघी तक करार दिया। उसने लिखा, “संघियों को कंसन्ट्रेशन कैम्पस की बड़ी आवश्यकता है। ऐसा कहने में कोई बुराई नहीं है। 5000 रुपए में पटाखे खरीदों और फिर उनमें आग लगा कर पैसे बर्बाद करो। उसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय पर आरोप लगाने के रास्ते निकालो। “

एक मुस्लिम एक्टिविस्ट ने तो वीरेंद्र सहवाग के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। सैफ पटेल नाम के यूजर ने लिखा, “बांग्लादेश के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा ने वहाँ हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा की निंदा कर के सांप्रदायिक भाईचारा की बात की। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग फेक न्यूज़ के जरिए मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के लिए उकसा रहे। वीरेंद्र सहवाग कितना गंदा, नाजी मैल है।”

एक अन्य यूजर ने वीरेंद्र सहवाग को ‘पूरी तरह से गंदगी का एक टुकड़ा’ तक कह डाला।

वहीं AAP समर्थक ब्लॉगर रिफत जावेद ने भी वीरेंद्र सहवाग पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “ये एक खतरनाक ट्रेंड है। कुछ घटिया लोग अज्ञात जगहों से पटाखे उड़ाने के अपुष्ट वीडियो शेयर करेंगे और उन्हें भारत-पाकिस्तान मैच से जोड़ देंगे। फिर वीरेंद्र सहवाग जैसे घटिया लोग एक समुदाय के खिलाफ घृणा फैलाने के लिए उसका इस्तेमाल करेंगे। पूरी तरह से शर्मनाक!”

बता दें कि टेस्ट मैचों में दो तिहरा शतक लगाने वाले ‘नजफगढ़ के नवाब’ ने ट्विटर पर लिखा, “दीवाली में पटाखों पर प्रतिबंध रहता है, लेकिन कल रात भारत के कई हिस्सों में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए पटाखे उड़ाए गए। अच्छा, वो लोग ज़रूर ‘क्रिकेट की जीत’ की ख़ुशी मना रहे होंगे। तो फिर दीवाली में पटाखे उड़ाने के क्या नुकसान हैं? ये दोहरा रवैया क्यों? सारा ज्ञान तब ही याद आता है।”

पूर्वी दिल्ली के सांसद और पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी भारत में रह कर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाते हुए पटाखे फोड़ने वालों पर निशाना साधा है। गौतम गंभीर ने ट्विटर पर लिखा, “पाकिस्तान की जीत पर जो लोग पटाखे छोड़ रहे हैं, वो भारतीय नहीं हो सकते। ये शर्मनाक है। हम अपने खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं।” बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में भी भारत की हार का जश्न मनाया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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