Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजमहाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक पर 'आपत्तिजनक' ट्वीट, ट्विटर यूजर समीत ठक्कर के...

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक पर ‘आपत्तिजनक’ ट्वीट, ट्विटर यूजर समीत ठक्कर के घर पहुँची 200 पुलिस

"शनिवार को करीब 180-200 पुलिसकर्मी हमारे घर पहुँचे, जो संदिग्ध लग रहे थे। पुलिस चाहती थी कि हमारा छोटा भाई घर से बाहर निकाला जाए।"

ठाणे पुलिस ने नागपुर निवासी समीत ठक्कर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। समीत पर आरोप है – महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक व आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट। इस मामले में शुक्रवार (12 नवंबर 2021) को सीनियर इंस्पेक्टर अतुल सबनीस के साथ सीताबुलडी पुलिस की एक टीम बयान दर्ज करने के लिए वाथोडा में ठक्कर परिवार के आवास पर पहुँची थी।

समीत के भाई ऋषि ने बताया कि पुलिस चाहती थी कि उनका छोटा भाई घर से बाहर निकाला जाए, लेकिन पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अगले दिन समीत को साथ लाने का भरोसा दिया, जिसके बाद पुलिस मान गई। उन्होंने कहा, “शनिवार को करीब 180-200 पुलिसकर्मी हमारे घर पहुँचे, जो संदिग्ध लग रहे थे।”

ऋषि ने आगे कहा कि एक वरिष्ठ पत्रकार ने एक राजनेता को एक्सपोज करने के लिए उनके भाई को धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “मेरा भाई एक कार्यकर्ता है और बिना किसी पार्टी से जुड़े स्वतंत्र पत्रकारिता करता है।” उन्होंने कहा कि समीत को सत्ता में बैठे कुछ लोगों और क्रिकेटरों की सच्चाई सामने लाने के बाद से दबाव बनाया जा रहा था।

इस मामले पर नागपुर पुलिस प्रमुख अमितेश कुमार ने बताया कि शहर की पुलिस ने केवल कलवा पुलिस की मदद की, जो ठक्कर के घर पर मामला दर्ज करने के लिए नोटिस देने गई थी। कुमार ने कहा, “नागपुर पुलिस केवल कलवा टीम के साथ थी। कानून के तहत इस मामले की कार्रवाई की जा रही है।”

टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा कि बावनकुले और भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ ठक्कर के घर तब पहुँची, जब ठाणे पुलिस शहर की पुलिस के साथ नोटिस देने के लिए उस स्थान पर पहले से मौजूद थी। सूत्रों ने बताया कि ठाणे पुलिस ठक्कर को गिरफ्तार करने पर विचार कर रही है, जिन पर पहले से ही सोशल मीडिया पर राजनेताओं को निशाना बनाने के लिए कई अपराध दर्ज हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -