Monday, December 23, 2024
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महाभारत में ‘भीम’ का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार का लंबी बीमारी के बाद निधन: देश के लिए जीते थे कई गोल्ड-सिल्वर मेडल

लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे प्रवीण कुमार ने अपने करियर में एक्टिंग के अलावा खेल में भी हिस्सा लिया था। वह एक एथलीट भी थे। प्रवीण कुमार सोबती ने दो बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

बीआर चोपड़ा के मशहूर पौराणिक टीवी सीरियल ‘महाभारत’ में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती का निधन हो गया। वह 74 साल के थे। बताया जा रहा है कि निधन से पहले प्रवीण कुमार सोबती आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे और लंबे समय से वह बीमार भी चल रहे थे। अपनी कद काठी की वजह से प्रवीण कुमार सोबती लोगों के बीच मशहूर थे और महाभारत के लिए भीम के रोल में उन्होंने इस कदर जान फूँकी थी कि लोगों ने उन्हें खूब पसंद किया था। 

महाभारत में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले अभिनेता गजेंद्र चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “आज सुबह ही एक और दुःखद समाचार मिला। मेरा महाभारत का भाई प्रवीण कुमार जी हम सबको छोड़कर अनंत यात्रा पे चला गया। विश्वास नही हो रहा। पा जी, आप हमेशा हमारी यादों में रहेंगे। ओम शांति ओम शांति ओम शांति।”

छोटे और बड़े पर्दे के दर्शकों के बीच प्रवीण कुमार सोबती ने कम समय में ही लोकप्रियता हासिल कर ली थी। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले प्रवीण कुमार ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अहम रोल अदा किए थे। फिल्मों में अक्सर वह विलेन के रोल में ही दिखते थे।

लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे प्रवीण कुमार ने अपने करियर में एक्टिंग के अलावा खेल में भी हिस्सा लिया था। वह एक एथलीट भी थे। प्रवीण कुमार सोबती ने दो बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने देश के लिए कई गोल्ड और सिल्वर मेडल हासिल किए। खेल के प्रति उनके योगदान के लिए साल 1967 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया था।

उन्होंने एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल हासिल करके देश का नाम रोशन किया था। खेल की दुनिया में नाम कमाने के बाद उन्हें सीमा सुरक्षा बल (BSF) की नौकरी भी मिली थी। बताया जाता है कि प्रवीण कुमार सोबती ने पीठ दर्द की शिकायत होने की वजह से ही खेल की दुनिया को अलविदा कहा था। इसके कुछ साल बाद ही प्रवीण कुमार सोबती ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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