छत्तीसगढ़ के नवगठित जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के एक सरकारी अस्पताल में एक नर्स के हाथ-पाँव बाँध कर पाँच लोगों ने बारी-बारी से रेप किया। पुलिस ने इस मामले में 4 को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपित फरार चल रहा है। अंबिकापुर जिले से 2 आरोपितों को पकड़ा गया। घटना झाग्राखण्ड पुलिस थाना की है। पीड़िता परदोल गाँव की रहने वाली है। ये इलाका कोरिया जिले के महेंद्रगढ़ तहसील के अंतर्गत पड़ता है।
झाग्राखण्ड के थानाधिकारी दीपेश सैनी ने ‘इंडिया टुडे’ को बताया कि ये घटना शुक्रवार (22 अक्टूबर, 2022) को एक हेल्थ सेंटर में हुई। दिवाली के कारण उस दिन दोपहर को ही अस्पताल बंद कर दिया गया था। नर्स यहाँ से अपने घर जाने ही वाली थी, तभी 5 लोग आए और उसे बंधक बना लिया। पीड़िता ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि उसके हाथ-पाँव बाँध दिए गए, जिसके बाद तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया।
उस दिन तक़रीबन शाम के 5 बजे पीड़िता को छोड़ा गया। बलात्कारियों ने उसे धमकी दी कि वो इस घटना के बारे में किसी को भी न बताए। हालाँकि, घर आने के बाद उसने परिवार वालों को अपने साथ हुई क्रूरता के बारे में बताया। इसके बाद वो पुलिस के पास पहुँचे। इसके तुरंत बाद ही दो आरोपित धर-दबोचे गए। तीसरे की तलाश जारी है। पीड़िता का कहना है कि आरोपितों ने गैंगरेप का वीडियो भी बना लिया है। पीड़िता के गाँव में कुछ जवानों को तैनात किया गया है, ताकि स्थिति न बिगड़े।
छत्तीसगढ: झगराखांड थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक महिला(CHO) के साथ रेप का मामला सामने आया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 22, 2022
निमेश बरैया, एडिशनल SP ने कहा, "स्वास्थ्य केंद्र में घटना को अंजाम दिया गया। 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। एक आरोपी फरार है जिसे जल्द गिरफ़्तार किया जाएगा।" pic.twitter.com/kUToBn7GRx
फ़िलहाल आरोपितों के नाम भी पुलिस ने सार्वजनिक नहीं किए हैं। इस घटना के बाद राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्टी की महिला मोर्चा ने जिले में विरोध प्रदर्शन किया। जिस उप-स्वास्थ्य केंद्र में ये घटना हुई है, उसी परिसर में माध्यमिक पाठशाला, आंगनबाड़ी और ग्राम पंचायत भवन भी है। मुख आरोपित 17 साल का नाबालिग बताया जा रहा है। 2 घंटे से भी ज्यादा समय तक वो ज्यादती करते थे रहे।