Sunday, September 8, 2024
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गरीबों के लिए 1.5 करोड़ घर, आयुष्मान योजना से 12000 करोड़ की बचत: PM मोदी का जवाब

प्रधानमंत्री ने विज्ञान भवन में आयुष मंत्रालय को संबोधित करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जितने मरीजों को अब तक मुफ्त इलाज मिला है, वो अगर इसके दायरे में ना होते तो उन्हें 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने पड़ते।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (अगस्त 30, 2019) को कहा कि एक नया भारत है, जहाँ युवाओं के सरनेम (उपनाम) मायने नहीं रखते, जो मायने रखता है वह है उनके खुद के नाम बनाने की क्षमता। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया कुछ चुनिंदा लोगों की आवाज के बारे में नहीं है, बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए है। यह एक ऐसा भारत है, जहाँ भ्रष्टाचार कभी भी एक विकल्प नहीं है।

उन्होंने कहा कि अब चीजें बदल रही हैं। प्रधानमंत्री ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए उन लोगों पर प्रहार किया, जो कहते थे कि मौजूदा सरकार ने गरीब जनता के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बहुत सारे लोग उनसे कहते हैं कि योजनाएँ और फंड तो पहले भी था, फिर उन्होंने अलग क्या किया? प्रधानमंत्री ने इसी ट्वीट में इसका जवाब देते हुए कहा, “हमारी सरकार ने तेज गति से गरीबों के लिए 1.5 करोड़ से अधिक घर बनाए हैं। पिछली सरकार की तुलना में यह किया गया बड़ा सुधार है।”

एक अन्य ट्वीट में पीएम ने लिखा, “हम इस तथ्य से अवगत थे कि हम मकान नहीं, बल्कि घर बना रहे थे। हमें केवल चार दीवारों के निर्माण की अवधारणा से दूर जाने की आवश्यकता थी। हमारी प्राथमिकता बिना किसी लागत के कम समय में अधिक सुविधाएँ प्रदान करना था।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया के लिए उनके दृष्टिकोण में केवल राष्ट्र में रहने वाले बल्कि बाहर के लोगों की भी देखभाल शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय देश का गौरव हैं, जिन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान दिया है। उन्होंने कहा, “जब भी किसी भारतीय प्रवासी को किसी समस्या का सामना करना पड़ा है, हम इसे हल करने में सबसे आगे रहे हैं। रॉयल फैमिली द्वारा 250 भारतीयों की सजा को माफ करना इसी की एक झलक थी। ऐसा ही क्षमादान ओमान और सऊदी अरब ने भी किए हैं। सऊदी अरब ने तो भारतीयों के लिए हज कोटा भी बढ़ाया है।”

इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत में किस तरह से बदलाव दिखने लगा है। इसे केवल दो शब्दों का इस्‍तेमाल करके अभिव्यक्त किया जा सकता है। 5 साल पहले, लोग पूछते थे- क्‍या हम कर पाएँगे? क्या हम कभी गंदगी से मुक्त हो पाएँगे? क्या हम कभी पॉलिसी पैरालिसिस को दूर कर पाएँगे? क्या हम कभी भ्रष्टाचार को खत्म कर पाएँगे? मगर, आज लोग कहते हैं कि हम करेंगे। हम स्वच्छ भारत बनेंगे, हम भ्रष्टाचार से मुक्त राष्ट्र बनेंगे। हम सुशासन को एक जन आंदोलन बना देंगे।”

वहीं, प्रधानमंत्री ने विज्ञान भवन में आयुष मंत्रालय को संबोधित करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जितने मरीजों को अब तक मुफ्त इलाज मिला है, वो अगर इसके दायरे में ना होते तो उन्हें 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने पड़ते। यानी कि एक तरह से देश के लाखों गरीब परिवारों के 12 हज़ार करोड़ रुपए की बचत हुई है।

साथ ही उन्होंने कहा, “जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भूले नहीं हैं। देश भर में साढ़े 12 हज़ार आयुष सेंटर बनाने का भी लक्ष्य है, जिसमें से आज 10 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स का उद्घाटन हुआ है। हमारी कोशिश है कि ऐसे 4 हजार आयुष सेंटर इसी वर्ष तैयार हो जाएँ।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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