विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के आरोपितों पर योगी सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उमेश पाल की हत्या में शामिल अरबाज को यूपी पुलिस पहले ही एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। वहीं अब इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों के घर समेत अन्य ठिकानों पर बुलडोजर चलाने की भी बात कही जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों की संपत्तियों का ब्यौरा खँगालने में जुटा हुआ है। कहा जा रहा है कि पीडीए पुलिस के साथ मिलकर आरोपितों के घर, ठिकानों और प्लॉट की सूची बना रहा है। इसको लेकर पीडीए के अधिकारियों ने जिला प्रशासन के साथ मंगलवार (28 फरवरी 2023) को बैठक भी की है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर हमेशा से सख्त रहे हैं। प्रयागराज में हुए इस हत्याकांड के बाद उन्होंने विधानसभा में ही साफ तौर पर कह दिया था कि वह माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि तमाम आरोपितों पर कार्रवाई के साथ ही उनके घरों और ठिकानों पर बुलडोजर चलाया जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार 24 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। गोली और बम से किए गए हमले में उमेश पाल के गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। राजू पाल की हत्या का आरोप गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई पर है। जिस समय हत्या को अंजाम दिया गया, उस समय उमेश पाल कोर्ट से गवाही देकर घर लौटे थे।
अतीक के बेटे पर 50 हजार का इनाम
उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड अतीक अहमद के बेटे असद अहमद पर UP पुलिस ने इनाम रखा है। इनाम की यह राशि 50 हजार रुपए रखी गई है। असद के साथ इस केस में फरार चल रहे 3 अन्य आरोपितों पर भी इनाम की घोषणा की गई है। पुलिस ने माफिया अतीक के एक अन्य सहयोगी नफीस को भी गिरफ्तार किया है। हमले में प्रयोग हुई क्रेटा गाडी नफीस की ही थी। इसी के साथ उमेश के क़त्ल की साजिश में शामिल एक अन्य आरोपित सदाकत को भी गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया है।
वहीं एक अन्य खुलासे के मुताबिक, गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद व्हाट्सएप्प से शूटरों के सम्पर्क में था। उमेश पाल पर हमला करने वाले कुल शूटरों की तादाद 13 बताई जा रही है। जब 6 शूटर उमेश और उनके गनर पर हमला कर रहे थे तब 7 अन्य आस-पास खड़े हो कर बैकअप में तैयार थे। STF ने साबिर नाम के एक शूटर की पहचान भी कर ली है। इस हमले की साजिश प्रयागराज यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी। दावा यह भी किया जा रहा है कि अशरफ भी बरेली जेल से व्हट्सएप चलाता था। शूटरों को डायरेक्शन देने में उसका भी नाम सामने आ रहा है।
यह खुलासा साजिश में शामिल सदाकत खान से हुई पूछताछ के बाद हुआ। सदाकत खान इलाहबाद हाईकोर्ट में वकालत करता है और अवैध तौर पर मुस्लिम हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रहता था। सदाकत खान को समाजवादी पार्टी का करीबी बताया जा रहा है। उसकी एक तस्वीर अखिलेश यादव के साथ हाथ मिलाते हुए वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि सदाकत नेपाल भागने की फिराक में था लेकिन उसे STF ने रास्ते में ही दबोच लिया।
दावा किया जा रहा है कि हमले में आगे रहे 6 शूटरों द्वारा उमेश और उनके गनर संदीप की हत्या कर दिए जाने के बाद बैकअप में मौजूद 7 अन्य हमलावर अलग-अलग वाहनों से मौके से फरार हो गए। पुलिस गिरफ्तार आरोपितों से बैकअप में मौजूद अन्य शूटरों की शिनाख्त के प्रयास कर रही है।