पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सांसद कार्ति चिदंबरम और अन्य से जुड़ी 11.04 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी है। यह कार्रवाई INX मीडिया प्राइवेट लिमिटेड मामले में की गई है।
दी गई जानकारी के मुताबिक ईडी ने कर्नाटक के कूर्ग जिले में 11.04 करोड़ रुपए की 4 संपत्तियाँ (तीन चल व एक अचल) कुर्क की हैं। ईडी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ ‘प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 (PMLA 2002)’ के तहत प्रोविजनल ऑर्डर जारी किया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्ति को CBI और ED दोनों ने गिरफ्तार किया था।
कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु की शिवगंगा से सांसद हैं। उनपर आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मिले अवैध रुपयों को प्राप्त करने का आरोप है। इस लेन-देन को यूपीए की तत्कालीन सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में कार्ति के पिता पी चिदंबरम के कार्यकाल (2010-2014) के दौरान विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी मिली थी।
इसके अलावा एयरसेल मैक्सिस डील मामले में भी पी चिदंबरम पर घूस लेकर विदेशी निवेश की मंजूरी देने का आरोप लगा था। साल 2019 में इन्हीं आरोपों के चलते पूर्व वित्त मंत्री 21 अगस्त, 2019 को अरेस्ट भी किया गया था, जिसके बाद उन्हें 106 दिन जेल में गुजारने पड़े थे और 4 दिसंबर को जाकर उन्हें जमानत मिली। इस बीच उनके दिन तिहाड़ में बीते थे।
इसके अलावा कार्ति चिदंबरम पर 50 लाख रुपए घूस लेकर 250 चीनी नागिरकों को भारत का वीजा दिलाने में मदद का भी आरोप है। सारे चीनी पंजाब में चल रहे एक प्रोजेक्ट के लिए भारत आए थे। मामले में सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम और चेन्नई स्थित सहयोगी एस. भास्कररमन समेत 5 के खिलाफ मामला दर्ज किया हुआ है।