Tuesday, July 2, 2024
Homeदेश-समाजबरेली के मिशनरी स्कूल की मुस्लिम टीचर ने छात्रों की राखी कैंची से काटी,...

बरेली के मिशनरी स्कूल की मुस्लिम टीचर ने छात्रों की राखी कैंची से काटी, कहा- हिंदू धर्म का प्रचार यहाँ नहीं होगा: विरोध के बाद माँगी माफी

प्रदर्शनकारियों ने इसके लिए अंसारी मैडम नाम की एक शिक्षिका को जिम्मेदार बताया है। बताया है कि वह इस स्कूल में बच्चों को विज्ञान पढ़ाती है। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने ऑपइंडिया को बताया है कि इस स्कूल का संचालन केरल का कोई ईसाई करता है।

उत्तर प्रदेश के बरेली के एक मिशनरी स्कूल में छात्रों की राखी कैंची से कटवाने का मामला सामने आया है। कथित तौर पर छात्रों से कहा गया कि स्कूल में हिंदू धर्म का प्रचार-प्रसार नहीं किया जा सकता है। अभिभावाकों और हिंदू संगठनों के विरोध के बाद स्कूल ने माफी माँग ली है।

इस स्कूल का नाम होली फैमिली कॉन्वेंट स्कूल है। स्कूल बरेली के आंवला सर्किल क्षेत्र के भमोरा रोड पर स्थित है। छात्रों की राखी काटने की घटना सोमवार (28 अगस्त 2023) की है। रिपोर्टों के अनुसार कुछ छात्र सोमवार को राखी बाँधकर स्कूल आए थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद एक शिक्षिका ने कैंची मँगवाकर छात्रों की राखी और कलावा काट दी

प्रदर्शनकारियों ने इसके लिए शगुफ्ता अंसारी नाम की एक शिक्षिका को जिम्मेदार बताया है। बताया है कि वह इस स्कूल में बच्चों को विज्ञान पढ़ाती है। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने ऑपइंडिया को बताया है कि इस स्कूल का संचालन केरल का कोई ईसाई करता है। हालाँकि उसके बारे में विस्तार से वे हमें जानकारी नहीं दे पाए।

स्कूल से घर जाने के बाद छात्रों ने राखी काटे जाने की घटना के बारे में अपने अभिभावकों को बताया। पीड़ित छात्रों के परिजन अगले दिन 29 अगस्त को शिकायत ले कर स्कूल पहुँचे। मामले की जानकारी हिन्दू संगठनों को हुई तो वे भी अभिभावकों के साथ विरोध-प्रदर्शन में शामिल हो गए। स्कूल के सामने हो रहे हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुँची। इस बीच स्कूल प्रशासन ने अपनी गलती मानी और लिखित तौर पर भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न होने का आश्वासन दिया। लिखित आश्वासन के बाद हिन्दू संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन खत्म कर दिया।

विरोध-प्रदर्शन में शामिल हरेंद्र फौजी ने मिशनरी स्कूलों पर धर्म परिवर्तन का एजेंडा चलाने का आरोप लगाया। होली फैमिली स्कूल में हुई घटना को भी उन्होंने इसी का हिस्सा बताया। एक अन्य प्रदर्शनकारी आशीष ने कहा कि स्कूल के अंदर क्रिसमस का सेलिब्रेशन 15 दिनों तक चलता है। लेकिन इसका हिन्दू समाज विरोध नहीं करता। अब भविष्य में किसी हिंदू छात्र को प्रताड़ित किया गया तो स्कूल बंद करवा दिया जाएगा।

स्कूल में बाइबिल की पढ़ाई, लेकिन जय श्री राम प्रतिबंधित

विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले बरेली के सामाजिक कार्यकर्ता ओमेंद्र पाल से ऑपइंडिया को बताया कि स्कूल में कई हिन्दू बच्चों को उनकी मर्जी के खिलाफ स्कूल में बाइबिल पढ़ाई जाती है। लेकिन जय श्रीराम बोलना प्रतिबंधित है। उन्होंने स्कूल का प्रबंधक केरल के किसी ईसाई को बताया। उनके अनुसार बच्चों की राखियाँ उतरवाने वाली टीचर मुस्लिम है। उसके शौहर कपड़ा व्यवसायी हैं।

हिन्दू संगठन से जुड़े सुनील सौरभ ने बताया कि शगुफ्ता मैडम ने स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी में शामिल सिस्टर एंजोज के कहने पर छात्रों की राखी काटे थे। ओमेंद्र पाल का यह भी कहना है कि होली फैमिली स्कूल में अक्सर छात्रों को कलावा और तिलक लगाने पर टोका जाता है। माफीनामे पर स्कूल की उप प्रधानाचार्या सिस्टर सोफी मारिया के हस्ताक्षर हैं। ऑपइंडिया के पास माफीनामे की कॉपी मौजूद है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

हाथरस में 130 की मौत: ‘भोले बाबा’ के सत्संग में उमस के कारण बेकाबू हुई भीड़, कथावाचक को निकालने के लिए लोगों को एक...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुःख जताया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव और DGP को तत्काल घटनास्थल पर पहुँच कर राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

‘इकोसिस्टम को अब उसी की भाषा में मिलेगा जवाब’: संसद में PM मोदी ने किया याद – दलितों से अन्याय के कारण आंबेडकर ने...

PM मोदी ने बताया कि राजीव गाँधी का सबसे लंबा भाषण आरक्षण के खिलाफ था, जो आज भी संसद के रिकॉर्ड में उपलब्ध है। कॉन्ग्रेस ने सेना को कमजोर किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -