Wednesday, May 8, 2024
224 कुल लेख

अजीत झा

देसिल बयना सब जन मिट्ठा

जो बिहार में सब जानते हैं वह नीतीश कुमार ने खुद क्यों कहा, PM मोदी ने उन्हें ‘जरूरत’ क्यों बताया?

यह महज संयोग नहीं, प्रयोग है। इसका असर हुआ तो एनडीए उस स्थिति में पहुँच सकती है, जिसका अनुमान कोई नहीं लगा रहा।
00:26:32

मिथिला के कवि कोकिल विद्यापति की जन्मस्थली उपेक्षित | Vidyapati’s Bisfi ignored, in bad shape

मैथिल लोग जहाँ भी होते हैं, विद्यापति को अपनी धरोहर मान कर स्नेहपूर्वक उनकी बातें करते हैं, लेकिन उनके जन्मस्थल बिस्फी...

‘तेज रफ्तार’ पर राष्ट्रवाद भारी, बिहार की बाज़ी एनडीए ने पलटी

नीतीश कुमार से नाराजगी और मुंगेर की घटना से एनडीए ने पहले चरण में जो कुछ खोया उसकी भरपाई अगले दो चरणों में कैसे बदली रणनीति?

बिहार में 10 नवंबर को क्या होगा? उलझे समीकरणों के बीच जमीन के संकेत स्पष्ट हैं

इस चुनावी लड़ाई में BJP सबसे आगे दिख रही। RJD और JDU उसके पीछे। लेकिन, बिना नीतीश कुमार के कोई सरकार बनने की संभावना नहीं दिखती।
00:18:47

‘ईमानदार’ नेता का ईमानदार इंटरव्यू: राजद प्रत्याशी अमरनाथ गामी

हायाघाट के जदयू विधायक अमरनाथ गामी ने बगावती तेवर अपनाते हुए राजद में जाने का फैसला कर लिया है और इस बार वह बिहार के विधानसभा चुनाव में राजद के उम्मीदवार हैं।
00:24:50

एक मुखिया जिसने पंचायत की शक्ल बदल दी, जिन्हें विधानसभा में होना चाहिए: मिलिए मंदाकिनी चौधरी से

मंदाकिनी चौधरी का काम एक मुखिया के रूप में जमीन पर नजर आता है। उनकी बातें लक्ष्यहीन या हवा-हवाई किस्म की नहीं हैं।
00:19:11

कुशेश्वर स्थान में विकास और नाराज पंडे | Kusheshwar Asthan and Panda community’s grievances

शशिभूषण हजारी ने विकास के दावे किए। मगर पंडों से बात की, तो वो काफी नाराज दिखे। उनका कहना है कि सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया।

आसान पिच पर लालू के माई समीकरण और तेज प्रताप का मुश्किल इम्तिहान!

2010 में जदयू के राजकुमार राय ने अन्य जातियों की गोलबंदी के सहारे ही राजद के माई समीकरण को ध्वस्त कर दिया था। 2015 में नीतीश कुमार...