सामाजिक मुद्दे
घिसी-पिटी और पॉलिटिकली करेक्ट लाइन से अलग और बेबाक बातें
‘अम्मी नाबालिग बच्चों की अभिभावक नहीं, बेवा को संपत्ति बेचने का अधिकार नहीं’: शरिया के आगे गोदरेज समूह बेबस, ₹227 करोड़ की लैंड डील...
नागपुर में ₹227 करोड़ की एक जमीन को लेकर गोदरेज प्रॉपर्टीज और अग्रवाल परिवार के बीच चल रहे विवाद से मुस्लिम पर्सनल लॉ फिर चर्चा में आ गया है।
अभिनेत्री रश्मिका मंदाना से लेकर कई हस्तियाँ हो चुकी हैं DeepFake की शिकार: जानिए ये AI तकनीक कितनी चिंताजनक और इससे बचाव के लिए...
DeepFake वैश्विक चुनौती बन गया है, जो राजनेताओं से लेकर प्रमुख व्यक्तियों एवं संस्थाओं तक के लिए समस्या बन गया है।
सलाखों के पीछे भी चाहिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ! जेल में मेडिकल केयर को लेकर HC के आदेश पर समिति गठित, कैदियों के चिकित्सा अधिकार...
यह कदम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के अनुरूप है जो सभी व्यक्तियों को उनकी कानूनी स्थिति की परवाह किए बिना पर्याप्त चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के महत्व पर जोर देता है।
बच्चों के साथ यौन शोषण, कोर्ट को निपटाने में लग जाएगा 9 साल से अधिक का समय: भयावह आँकड़ों के पीछे कानून के दुरुपयोग...
बच्चों को यौन शोषण से बचाने वाला कानून स्वार्थों का शिकार न बन जाए, बच्चों का कानूनी सुरक्षा कवच ही सुरक्षात्मक न रहे... यह चिंता का विषय है।
बाप के प्यार को तरसता हर बच्चा असल जिंदगी में अगर ‘एनिमल’ फिल्म का रणविजय सिंह बन जाए तो क्या हो?
'अल्फ़ा मेल' इस कदर 'मर्दानगी' दिखाने पर उतारू हो जाता है कि उससे प्यार करने वाली महिला 'जोया रियाज' (तृप्ति डिमरी) को अपने जूते चाटने को कहता है।
‘बहरा नहीं हूँ मैं’: प्यार के लिए तरसते हर बच्चे को हिंसक जानवर बना रही ‘Animal’? किशोरों को भटकाने वाले दृश्य, अभिभावकों की सख्ती...
फिल्म 'एनिमल' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। एक दृश्य खासा चर्चा में हैं। लेकिन अगर बच्चों ने इसका गलत अर्थ लिया तो बात कहीं और निकल जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन: टूटेगा अंग्रेजी का वर्चस्व – दलित, आदिवासी, पिछड़े, महिलाओं के लिए नई संभावनाओं का द्वार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत CBCS और LOCF प्रणाली छात्रों को अपने पसंदीदा पाठ्यक्रम चुनने और बुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती है।
बेटियाँ जो ब्याही जाएँ मुड़ती नहीं हैं… : काश! हर लड़की की किस्मत अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा जैसी होती और मिल पाता...
अमिताभ बच्चन ने प्यारी बेटी श्वेता नंदा के नाम अपना जुहू का बंगला 'प्रतीक्षा' कर दिया। एंग्री यंग मैन जैसी सोच कितने पैरेंट्स रखते हैं?
अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस आया और चला गया… आखिर परिवार-समाज-देश के लिए खपते पुरुष भाइयों को लेकर चुप्पी क्यों?
अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस आता है और चुपचाप चला जाता है। ऐसे विदा लेता है, जैसे वह मायने ही नहीं रखता है। क्या पिता-भाई-पति का कोई रोल नहीं?
पीरियड्स की छुट्टियाँ या दोयम दर्जे का होने का एहसास… क्या महिलाएँ दुनिया की अजूबा जीव हैं?
डिस्मेनोरिया पर 2012 की रिसर्च बताती हैं कि कम से कम 20 फीसदी महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली तकलीफ से चलना भी मुश्किल हो जाता है।