Thursday, October 10, 2024

सामाजिक मुद्दे

मी लॉर्ड! माना वह फुटबॉल अच्छा खेलता था, रोज नमाज पढ़ता है… पर रेप के बाद 6 साल की बच्ची की हत्या भी तो...

10 साल पहले आसिफ अली ने एक बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी थी और अब उसकी सजा इस आधार पर कम की गई है कि उसका जेल में बर्ताव अच्छा है।

न दुख-न पश्चाताप… पवित्रा का यह मुस्कुराता चेहरा बताता है कि पर्दे के सितारों में ‘नायक’ का दर्शन न करें, हर फैन के लिए...

'फैन हत्याकांड' मामले से लोगों को सबक लेने की जरूरत है कि पर्दे पर दिखने वाले लोग जरूरी नहीं जैसा फिल्मों में दिखाए जाते हैं वैसे ही हों।

साथ काम करने वाले और एक जैसा सोचने वाले एक-दूसरे के दीवाने होते हैं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की PM मेलोनी की मीम...

सोशल मीडिया पर यह देखने में आया है कि पीएम मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी को लेकर मजाक में अजीबोगरीब मीम एवं चुटकुले बनाए जा रहे हैं।

67 परीक्षार्थियों को शत-प्रतिशत अंक, एक ही सेंटर से बने कई टॉपर: NEET परीक्षा आयोजित करने वाली NTA पर गंभीर सवाल, पेपरलीक के भी...

नीट 2024 के परिणाम ने उस समय सबको चौंका दिया, जब 67 छात्रों ने परीक्षा में पूर्ण अंक प्राप्त कर लिए। इसको लेकर PIL दाखिल की गई हैं।

डियर लड़की! यह जोश यह जवानी ‘भाड़े की गर्लफ्रेंड’ बनने के लिए नहीं है, क्योंकि रील के आगे जहाँ और भी हैं

छोटी-छोटी लड़कियों को आज इंस्टाग्राम पर ऐसी वीडियोज बनाते देखा जा सकता है जिसमें टैलेंट कम और अश्लीलता ज्यादा नजर आती है।

उस सिस्टम का इलाज कौन करेगा जो एक हादसे के बाद दूसरे की प्रतीक्षा करता है, राजकोट से दिल्ली तक सोया रहा सिस्टम और...

राजकोट के गेमिंग सेंटर में DM-SP से लेकर DCP और नगर निगम के कमिश्नर तक आ चुके हैं। दिल्ली के बेबी केयर सेंटर में डॉक्टर तक योग्य नहीं थे।

सेलिब्रिटियों का ‘तलाक’ बिगाड़े न समाज के हालात… इन्फ्लुएंस होने से पहले भारतीयों को सोचने की क्यों है जरूरत

सेलिब्रिटियों के तलाकों पर होती चर्चा बताती है कि हमारे समाज पर ऐसी खबरों का असर हो रहा है और लोग इन फैसलों से इन्फ्लुएंस होकर अपनी जिंदगी भी उनसे जोड़ने लगे हैं।

मी लॉर्ड! भीड़ का चेहरा भी होता है, मजहब भी होता है… यदि यह सच नहीं तो ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारों के साथ ‘काफिरों’ पर...

राजस्थान हाईकोर्ट के जज फरजंद अली 18 मुस्लिमों को जमानत दे देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि चारभुजा नाथ की यात्रा पर इस्लामी मजहबी स्थल के सामने हमला करने वालों का कोई मजहब नहीं था।

कहीं बहन से भाई कर रहा रेप, कहीं सेक्स के लिए पाटर्नर हो रहे वहशी: रिश्तों को खा रहा पोर्न की सुलभता, छोटी उम्र...

छोटे से छोटे बच्चे के लिए पोर्न देखना आज के समय में इतना आसान हो गया है जैसे पहले रिमोट से चैनल बदलना हुआ करता था। इसी सुलभता के दुष्प्रभाव अब समाज झेल रहा है।

₹200 की चोरी पर 1 साल की जेल, 2 इंजीनियरों को कुचलने पर रईसजादे को बेल, कहा- हादसे पर लिखो लेख: यह न्याय है...

ऑपइंडिया से बात करते हुए अधिवक्ता शशांक शेखर झा ने पूछा कि पुलिस ने FIR में 304 की जगह कमजोर धारा 304A क्यों लगाई? उन्होंने कहा कि इस मामले में गलत संदेश गया है, अगर भीड़ ने न्याय व्यवस्था पर भरोसा करने की बजाए खुद हिंसा करना शुरू कर दिया तो ये ठीक नहीं होगा।

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