मीडिया का एक धड़ा ये अफवाह फैला रहा है कि भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन की खरीद के लिए लिए निर्माताओं को कोई ऑर्डर ही नहीं दिया है। ‘फ़ोर्ब्स’ से लेकर ‘बिजनेस स्टैण्डर्ड’ तक ने इस तरह की अफवाहें फैलाईं। ‘फ़ोर्ब्स’ ने लिखा कि वैक्सीन निर्माताओं ने चेताया है कि कई महीनों तक वैक्सीन की कमी रह सकती है, ऐसे में भारत सरकार ने नए डोज की खरीद के लिए कोई ऑर्डर दिया ही नहीं है।
उधर ‘बिजनेस स्टैण्डर्ड’ ने भी यही बात दोहराई। उसने लिखा कि अब तक 18-45 आयुवर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण की अनुमति मिल गई है, केंद्र सरकार ने वैक्सीन की खरीद के लिए कुछ नहीं किया है। इसने लिखा कि सीरम (SII) या ‘भारत बॉयोटेक’ में से किसी को भी ऑर्डर प्लेस नहीं किया गया है। लिखा कि दोनों कंपनियों को क्रमशः 10 करोड़ और 2 करोड़ वैक्सीन डोजेज के लिए ऑर्डर इससे पहले मार्च में ही दिया गया था।
सोशल मीडिया में भी इन ख़बरों के आधार पर खूब झूठ फैलाया गया। लोगों ने सवाल पूछा कि जब भारत में वैक्सीन की कमी है तो फिर नए डोज के लिए कंपनियों को ऑर्डर क्यों नहीं दिया गया?
The last order placed with the two vaccine makers — 100 million doses with SII and 20 million doses with Bharat Biotech — was in March. Industry sources revealed that the final tranche of deliveries of this order will be completed within the next few days https://t.co/dprsGql4Jw
— Rohan Venkat (@RohanV) May 3, 2021
हालाँकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने उन ख़बरों पर संज्ञान लिया, जिसमें कहा जा रहा था कि भारत सरकार ने वैक्सीन की खरीद के लिए मार्च के बाद से कोई ऑर्डर नहीं किया है। उन्होंने कहा कि ये मीडिया रिपोर्ट्स एकदम गलत हैं और तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। अब आइए आपको बताते हैं कि सच्चाई क्या है। SII को 28 अप्रैल 2021 को ही 1732.5 करोड़ रुपए एडवांस में दिए गए हैं।
Reports alleging Centre has not placed any fresh order for #COVID19Vaccines are factually incorrect….@PMOIndia @MoHFW_INDIA #Unite2FightCorona #LargestVaccineDrive pic.twitter.com/czoJJfQlIS
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 3, 2021
इन रुपयों से मई, जून और जुलाई के लिए 11 करोड़ वैक्सीन की डोज की खरीद की गई। मई 3, 2021 तक उनमें से कोविशील्ड वैक्सीन की 8.744 डोज भारत सरकार को SII द्वारा डिलीवर भी की जा चुकी है। इसी तरह ‘भारत बॉयोटेक’ (BBIL) को भी 787.5 करोड़ रुपए उसी दिन दिए गए, ताकि कोवैक्सीन की 2 करोड़ डोज की खरीद हो सके। इनमें से 88.13 लाख कोवैक्सीन डिलीवर भी की जा चुकी है।
इन दोनों ही कंपनियों को 100% एडवांस देकर वैक्सीन बुक की गई। अभी इसे 5 दिन भी नहीं हुए हैं कि मीडिया कहने लगा कि पिछले 2 महीनों से वैक्सीन की खरीद नहीं की जा रही है। अब तक भारत सरकार सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना वैक्सीन की 16.54 करोड़ डोज मुफ्त में उपलब्ध करा चुकी है। उन प्रदेशों के पास अभी भी 78 लाख से अधिक डोज उपलब्ध हैं। अगले तीन दिन दिनों में उन्हें और 56 लाख डोज पहुँच जाएगी।
भारत सरकार ने कहा है कि वैक्सीन के मूल्यों में परिवर्तन और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज़ करते हुए केंद्र सरकार अपने कोटे की 50% वैक्सीन की खरीद करेगी और सभी राज्यों को मुफ्त में उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जारी रखेगी। इसके बावजूद मीडिया के एक धड़े ने अफवाह फैलाई कि सरकार वैक्सीन नहीं खरीद रही है और राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। SII ने भी सरकार के बयान की पुष्टि की है।
We endorse this statement, & the authenticity of the information. We have been working closely with the Government of India for the past year & thank it for its support. We remain committed to ramping up our vaccine production to save every life we can. https://t.co/tLVPjOMp51
— SerumInstituteIndia (@SerumInstIndia) May 3, 2021
सीरम ने कहा कि वो भारत सरकार के इस बयान की की प्रशंसा करते हुए इसमें दिए गए तथ्यों की पुष्टि करते हैं। SII ने कहा कि वे पिछले साल से ही केंद्र सरकार के साथ मिल कर करीबी से कार्य कर रहा है और समर्थन के लिए धन्यवाद भी देता है। संस्थान ने कहा कि जितना हो सके, उतनी ज़िंदगियाँ बचाने के लिए वैक्सीन का पूर्ण क्षमता के साथ उत्पादन जारी रहेगा। इससे झूठ फैलाने वालों की पोल खुल गई है।