हाल ही में इंटरनेट पर उत्तर प्रदेश का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें एक महिला यूपी पुलिस के अधिकारियों से दो हमलावरों से उसे बचाने की गुहार लगा रही थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल वीडियो में महिला, अधिकारियों से चीख-चीखकर आरोपितों को गिरफ्तार करने की माँग कर रही थी। जब पुलिस अधिकारियों में से एक ने उसे बताया कि दोषियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके बावजूद महिला हमलावरों की ओर इशारा करते हुए कहती है कि उन्हें गिरफ्तार करो।
इस मामले में सरकार को घेरने का मुद्दा पाकर कॉन्ग्रेस पार्टी ने तुरंत योगी सरकार पर हमला बोला और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए ट्विटर पर घटना का वीडियो शेयर किया।
गोदी मीडिया के फेक सर्वे में तथाकथित सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के लखनऊ में बेखौफ शोहदों ने सरेराह युवती को पीटकर किया लहूलुहान।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) January 23, 2021
हे हवाबाज मुख्यमंत्री, क्या आप बिल्कुल बेशर्म हो चुके हैं? pic.twitter.com/6e8L1sznEB
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों का दौर भी शुरू हो गया। कॉन्ग्रेस पार्टी से सहानुभूति रखने वाले एक कथित पत्रकार ने यूपी पुलिस पर कटाक्ष करते हुए घटना का वीडियो शेयर किया। पत्रकार देवेश पांडे ने दावा किया कि गुंडों द्वारा महिला को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसके मुँह से खून निकलने लगा।
लखनऊ में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण देखिए..
— Devvesh Pandey | देवेश पांडेय | دیویش پانڈے۔ (@iamdevv23) January 23, 2021
हजरतगंज चौराहे से कुछ दूर पार्क रोड पर बेख़ौफ़ शोहदों ने सरेराह युवती की बेरहमी से पीटा.. युवती ने जबरदस्ती करने का आरोप लगाया है..
युवती को इतनी बुरी तरह से पीटा कि मुंह से खून आ गया वो बेहोश तक हो गई थी। @rohini_sgh @yogitabhayana pic.twitter.com/KSwsPKcE5d
गौरतलब है कि जिस भ्रामक दावे के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए चित्रित करने का प्रयास किया वह असल में उनकी सोच के बिल्कुल विपरीत निकला।
क्या सच में कॉन्ग्रेस पार्टी द्वारा किया गया दावा सच है?
आज तक पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (जनवरी 22, 2021) देर रात जब महिला ने पुलिस को लखनऊ की सड़कों पर गश्त करते देखा, तो उसने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और दो लोगों द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत की।
जब पुलिस ने दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और उन्हें पुलिस स्टेशन ले गई, तो महिला अपने पहले के बयान से पीछे हट गई और आरोपितों के खिलाफ दिए गए अपने बयान से मुकर गई। उसने कहा कि गिरफ्तार किए गए शख्स में से एक उसका भाई है और दूसरा उसका पति है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले में दोनों आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की। Police Commissionerate Lucknow ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जानकारी दी है कि महिला ने तहरीर देने से मना कर दिया है, लेकिन दोनों अभियुक्तों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है ।
प्रकरण में SHO हजरतगंज द्वारा बताया गया कि पत्नी द्वारा तहरीर देने से मना किया गया, दोनों अभियुक्तों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है ।
— POLICE COMMISSIONERATE LUCKNOW (@lkopolice) January 23, 2021
पुलिस डीसीपी सेंट्रल ज़ोन सोमेन वर्मा के मुताबिक, दो युवक, एक युवती के साथ हज़रतगंज चौराहे पर बवाल कर रहे थे। युवती सड़क पर गिर गई थी और उसके मुँह से खून निकल रहा था। वर्मा ने कहा कि जब महिला से बाद में घटना के बारे में पूछा गया तो वह तो कुछ बता नहीं पा रही थी और गोलमोल जवाब दे रही थी। इस दौरान तीनों नशे की हालत में थे।
पुलिस ने कहा कि महिला बता रही थी कि एक व्यक्ति उसका पति है और दूसरा उसका भाई है। हालाँकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई थी। पुलिस सभी को थाने लाई और शांति भंग की कार्यवाही करते हुए धारा 151 में दोनों व्यक्तियों का चालान कर दिया और युवती को घर भेज दिया।