जम्मू कश्मीर के पुलवामा में संजय शर्मा नामक एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई। वो बतौर सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत थे। उनकी उम्र 40 साल थी। केंद्र शासित प्रदेश में अभी भी हिन्दुओं की टारगेट किलिंग जारी है। संजय शर्मा पर आतंकियों ने तब गोलियाँ बरसाई, जब वो स्थानीय बाजार में जा रहा थे। स्थानीय लोग उन्हें नजदीकी अस्पताल में लेकर गए, जहाँ घाव के कारण उनकी मौत हो गई। गाँव में वो सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे।
उन्हें इस नौकरी के लिए हथियार भी मिला हुआ था। कश्मीर पुलिस ने बताया है कि उस इलाके को घेर कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। संजय शर्मा एक प्राइवेट बैंक में बतौर सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत थे। ये घटना रविवार (26 फरवरी, 2023) को सुबह के करीब 10 बजे हुई। उन पर गोलियाँ चलाने वाले आतंकियों की संख्या 2 बताई जा रही है। जम्मू कश्मीर पिछले साल भी कई हिन्दुओं को निशाना बनाया गया था और टारगेट किलिंग हुई थी।
संजय शर्मा पुलवामा के अचन इलाके के रहने वाले थे। पिछले 4 महीनों में किसी कश्मीरी पंडित पर ये पहला हमला है। इससे पहले अक्टूबर में ऐसी घटना हुई थी। पिछले दो दिनों में ये दूसरी ऐसी घटना है। एक दिन पहले ही आतंकियों ने अनंतनाग में आसिफ अली गनइ नामक एक व्यक्ति को गोली मार कर घायल कर दिया था। आसिफ के अब्बा हेड कॉन्स्टेबल हुआ करते थे, जिन्हें पिछले साल आतंकियों ने मार डाला था। पिछले साल कई हिन्दू प्रवासी कश्मीर में निशाना बने थे।
Kashmiri Pandit Sanjay Sharma, working as a security guard, was shot dead by terrorists in Achan, Pulwama, Jammu and Kashmir.
— Rohit Choudhary (@iRohitChoudhary) February 26, 2023
Om Shanti Om 🙏 pic.twitter.com/YQ8L4HgKGD
याद हो कि वो 26 फरवरी, 2019 का ही दिन था, जब भारत ने पुलवामा हमले के बदले के रूप में बालाकोट में एयर स्ट्राइक किया था। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ताज़ा घटना की निंदा करते हुए कहा है, “दक्षिण कश्मीर में संजय पंडित की हत्या से मैं दुःखी हूँ। मैं इसकी निंदा करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।” बता दें कि जम्मू कश्मीर के यही नेता आतंकियों की हिमायत भी करते रहे हैं।