लिंग परिवर्तन आज के समय में सामान्य होता जा रहा है और विदेशों में तो इसके तमाम उदाहरण दिन पर दिन बढ़ रहे हैं। अजीब बात ये है कि इनमें कई ऐसे लोग हैं जिन्हें समस्या अपने लड़के होने से नहीं है, उन्हें सिर्फ वो सुविधाएँ चाहिए जो लड़कियों को मिलती हैं।
ये सुविधाएँ अलग-अलग हो सकती हैं- जैसे समृद्ध पुरुष के साथ संबंध बनाना, उनका लाभ उठाना, सस्ते कार इंश्योरेंस पाना, मुफ्त का खाना आदि। आज इन्हीं सबके लालच में कई ऐसे लड़के हैं जो अपना लिंग परिवर्तन करवाकर लड़कियाँ बन रहे हैं।
हाल में डेलीमेल पर इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। इस रिपोर्ट में ट्रांसमैक्सिंग मेनिफेस्टो-इनसेल का जिक्र है। ये मेनिफेस्टो एक अज्ञात स्वीडिश नेता ‘विंटोलोजी’ ने लिखा था।
इस मेनिफेस्टो में साफ है कि अगर महिला बना जाए तो इससे सामाजिक स्वीकृति में वृद्धि होगी और महिलाओं के लिए आरक्षित स्थानों तक पहुँचा जा सकेग। इसके अलावा पुरुषों को जो डेटिंग के वक्त, रोजगार के वक्त चुनौतियों का सामना करना पड़ता है उन्हें वो भी नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ जो महिलाओं को विशेषाधिकार मिलते हैं वो उसके भी अधिकारी होंगे।
इस दस्तावेज के अनुसार, महिला बनने से सामाजिक दबाव उनपर हर तरह से कम होगा, दूसरों से सहानुभूति मिलेगी, कानूनी क्षेत्र में हर तरह से उनके साथ उदार व्यवहार किया जाएगा तथा समृद्ध पुरुषों से संबंध बनाकर वो अपना जीवन भी अच्छा कर सकती हैं।
इतना ही नहीं इस मेनिफेस्टो में यौन संतुष्टि का भी जिक्र है। रिपोर्ट बताती है कि जो लोग नए यौन अनुभव करना चाहते हैं और इसका अवसर नहीं मिलता उनके लिए लिंग परिवर्तन अच्छा विकल्प है वो ऐसा करके इन अवसरों को प्राप्त कर सकते हैं।
ये मेनिफेस्टो यही बताता है कि पुरुष से महिला बनने से व्यक्ति विशेष के जीवन में बहुत कुछ बदल सकता है। समाज न केवल इसके बाद उनका साथ देगा बल्कि भावनात्मक तौर पर हमेशा उन्हीं का समर्थन करेगा।
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसमैक्सिंग की इस दुनिया में वही पुरुष एंट्री कर रहे हैं जो पुरुष होते हुए अपने जीवन को बेहतर नहीं बना पा रहे, उन्हें अपने न केवल जेंडर आइडेंटिटी से परेशानी है बल्कि वो महिला होने के जो फायदे होते हैं उन्हें लेना चाहते हैं। ऐसा करके इन्हें न केवल महिलाओं के वर्ग में प्रवेश मिलता है बल्कि इनके लिए सब आसान हो जाता है।
उदाहरण के लिए- आज भी अधिकांश जगहों पर ऐसा माना जाता है कि लड़कों का काम मुख्य रूप से कमाना और परिवार पालना है जबकि लड़की ऐसा न भी करे तो चलेगा। मेनिफेस्टो लिखता है- “हर कोई सफल या स्वतंत्र नहीं हो सकता, कुछ व्यक्तियों को बस किसी के अधीन रहने की भी जरूरत होती है, वे उपयोग किए जाने और दूसरों को खुशी देने के लिए होते हैं… यह उन लोगों के लिए बिलकुल अंतिम पड़ाव है जो पुरुष से महिला बन रहे हैं। मुझे लगता है कि यह बेघर होने से बेहतर है।”
रिपोर्ट में कुछ लोगों के उदाहरण भी दिए गए हैं जिनमें एक सैमी भी है। सैमी को कभी अपने पुरुष होने का लाभ नहीं मिला इसलिए वो लड़की बना और अब वह उसके फायदा ले रहा है।