बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले को एक महीना होने वाला है। इस बीच उनपर, उनके परिवार पर क्या गुजरी ये सब जानकारी अब तक सूत्रों के हवाले से आती रही, मगर अब सैफ अली खान ने खुद आकर घटना वाली रात पर विवरण दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया कि उस रात हमलावर (मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद) जहाँगीर के कमरे में चाकू लेकर खड़ा था और पैसे माँग रहा था। उन्हें उस समय कुछ समझ नहीं आया। उन्होंने फौरन उसे पकड़ा और उससे भिड़ गए। हमलावर ने भी उनकी गर्दन पर हमला किया। शुरू में सैफ को एहसास नहीं हुआ कि हमलावर ने उनकी गर्दन पर चाकू मारा है क्योंकि वो लगातार दो हथियारों से वार कर रहा था। सैफ चूँकि बचाव में हाथ-पाँव चला रहे थे इसलिए उनके हाथ और कलाई कट गई थी।
सैफ कहते हैं, “इस स्थिति में मैं बस दुआ कर रहा था कि कोई इस आदमी को मुझसे दूर कर दे, तभी मेरी हाउसहेल्प गीता वहाँ आईं। उन्होंने उसे मुझसे दूर खींचा और जेह के कमरे में धकेलकर दरवाजा बंद कर दिया। खून से लथपथ हाल में मुझे एहसास हुआ कि मेरे दाहिने पाँव में कुछ महसूस नहीं हो रहा है। ऐसा शायद इसलिए था क्योंकि मेरी रीढ की हड्डी में चोट लगी थी, लेकिन तब मुझे ये महसूस नहीं हुआ।
सैफ बताते हैं कि गीता ने जब हमलावर को धक्का देकर जेह के कमरे में बंद किया तो उनका दूसरा हाउसहेल्प घर में डेकोरेशन पर लगी दो तलवार लेकर आ गया था। उन लोगों ने हमलावर को पकड़ने के लिए गेट खोला तब तक वो उसी रास्ते से जा चुका था जिससे वो आया था।
इसके बाद करीना उन्हें और तैमूर को लेकर नीचे गईं। वहाँ चिल्ला-चिल्लाकर उन्होंने ऑटो वाला बुलाया। फिर करीना ने कहा- “तुम अस्पताल जाओ, मैं अपनी बहन के घर जाऊँगी।” सब परेशान थे इसलिए वो तैमूर को लेकर अपने साथ चले गए। तैमूर ने रास्ते में उनसे पूछा- ‘तुम मरने वाले हो क्या।’ सैफ ने जवाब दिया- ‘नहीं।’
सैफ अली खान बताते हैं कि उन्हें उस समय तैमूर की जरूरत थी। उन्हें लग रहा था कि अगर भगवान न करे कुछ उन्हें होता है तो तैमूर उनके साथ होना चाहिए। वो तैमूर को लेकर ऑटो में बैठे। ऑटो वाले ने भी उनकी हालत देखी तो आराम से, बिना झटका दिए ऑटो चलाया। कुछ समय बाद वो और तैमूर, लीलावती अस्पताल की इमरजेंसी में गए। उन्होंने अपना परिचय देकर स्ट्रेचर फटाफट मंगवाया और इलाज शुरू हुआ।
सैफ कहते हैं कि डॉक्टरों ने बड़ी सूझबूझ से उनका केस हैंडल किया, जाँच के बाद बताया कि जो चाकू गर्दन पर मारा गया था, स्पाइन के पास। अगर वो दो-तीन इंच और अंदर होता तो वो पैरालाइज हो सकते थे।
वहीं जब इंटरव्यू में उनसे ये पूछा गया कि सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने बड़े सेलीब्रेटी के घर चोर कैसे घुस सकता है, उन्हें अस्पताल जाने के लिए ऑटो क्यों लेना पड़ा, क्या वो नाटक कर रहे आदि-आदि। इस पर सैफ ने जवाब दिया कि वो इसमें किसी की गलती नहीं देते, सिर्फ अपनी देते हैं कि उन्होंने प्रोटेक्शन टाइट नहीं रखी।
उन्होंने ये भी बताया कि उनके पास ड्राइवर है लेकिन रात में कोई घर नहीं रुकता। अगर वो फोन करते तो ड्राइवर को आने में समय लग सकता था। रही बात मजाक उड़ाने की तो उन्हें पहले से पता था कि उनके साथ हुई घटना का लोग मजाक बनाएँगे।
उन्होंने कहा कि वो इस घटना के बाद भी अपने शहर में सुरक्षित महसूस करते हैं। उनका परिवार इस मुश्किल की घड़ी में उनके साथ खड़ा रहा। जेह ने उन्हें एक प्लास्टिक की तलवार भी दी है और कहा है कि अगर अब चोर आए तो वो उसे इसी से मारें।