Friday, January 31, 2025
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IAF पायलट ने संभाली स्पेस मिशन की कमान, 14 दिन रहेंगे अंतरिक्ष में : जानें उन शुभांशु शुक्ला के बारे में सब, जो ISS में जाने वाले बनेंगे पहले भारतीय

एक्सिओम का यह मिशनक्राफ्ट अंतरिक्ष में जाकर शुक्ला और बाकी तीन यात्रियों को ISS के कोलंबस मॉड्यूल में छोड़ देगा। यहाँ वह लगभग 14 दिन तक रहेंगे और रिसर्च करेंगे। इसके बाद वह जमीन पर लौटेंगे।

भारतीय वायु सेना के पायलट शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) जाएँगे। उनके साथ 3 और देशों के लोग होंगे। वह अमेरिकी स्पेस कंपनी एक्सिओम के मिशन में अंतरिक्ष में जाएँगे। उनको एलन मस्क की कम्पनी स्पेसएक्स का एक राकेट ISS तक लेकर जाएगा।

वह राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में पहुँचने वाले दूसरे भारतीय होंगे। वह ISS में कुछ दिन रुक कर धरती पर लौटेंगें। शुभांशु शुक्ला इस मिशन के लिए काफी उत्साहित हैं। उन्होंने ISS में योग करने तक का निर्णय लिया है।

क्या है एक्सिओम मिशन?

शुभांशु शुक्ला अमेरिकी निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम के चौथे मिशन में जा रहे हैं। वह इस मिशन में पायलट होंगे। यानि इस मिशन के स्पेसक्राफ्ट को वही चलाएँगे। उनके साथ एक अमेरिकी, एक हंगेरियन और एक पोलिश अंतरिक्षयात्री होंगे।

एक्सिओम के इस मिशन की अगुवाई NASA की पूर्व वैज्ञानिक पेगी व्हिस्टन करेंगी। एक्सिओम इस मिशन के लिए अंतरिक्षयात्रियों की ट्रेनिंग, उनके स्पेससूट, अंतरिक्ष में उपयोग होने वाले उनके सामान और बाकी सारी एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए जिम्मेदार है।

वहीं एलन मस्क की स्पेसएक्स इस मिशन के लिए क्रूड्रैगन स्पेसक्राफ्ट देगी। इसमें 7 लोग अंतरिक्ष को जा सकते हैं। यह फाल्कन रॉकेट पर लगाया जाएगा। इसे NASA के लॉन्च सेंटर से अंतरिक्ष में भेजा जाए।

NASA इन अंतरिक्षयात्रियों की ISS में सुविधा, उनके रहने समेत बाकी सुविधाएँ देगा। वह यह भी पक्का करेगा कि इस मिशन में सरे स्टैण्डर्ड पूरे हो रहे हों। एक्सिओम इससे पहले तीन बार ऐसे मिशन पूरा कर चुका है।

एक्सिओम का यह मिशनक्राफ्ट अंतरिक्ष में जाकर शुक्ला और बाकी तीन यात्रियों को ISS के कोलंबस मॉड्यूल में छोड़ देगा। यहाँ वह लगभग 14 दिन तक रहेंगे और रिसर्च करेंगे। इसके बाद वह जमीन पर लौटेंगे।

शुभांशु शुक्ला को भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO भेज रही है। वह उन 4 अंतरिक्षयात्रियों में से हैं, जो भारत के गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष को जाएँगे। एक्सिओम ने उनकी ट्रेनिंग भी करवाई है।

शुभांशु शुक्ला कौन हैं?

मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला IAF पायलट हैं। वर्तमान में वह ग्रुप कमांडर के पद पर हैं। वह 2006 में IAF में भर्ती हुए थे। शुक्ला को सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, डोर्नियर समेत बाकी विमान उड़ाने का 2000 घंटे से अधिक का अनुभव है।

शुक्ला को 2019 में रूस भेजा गया था ताकि वह अंतरिक्ष में जाने की ट्रेनिंग ले पाएँ। वह इसके बाद से लगातार गगनयान मिशन और इस मिशन की तैयारी में लगे हुए हैं। 40 वर्षीय शुक्ला एक बच्चे के पिता हैं। अब वह ISRO के पहले अंतरिक्षयात्री बन गए जाएँगे।

एक्सिओम मिशन पर शुक्ला ने क्या कहा?

शुभांशु शुक्ला समेत एक्सिओम मिशन के चारों यात्रियों ने मिशन से कुछ दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। शुक्ला ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “हम दो सप्ताह के लिए स्टेशन पर होंगे, हम इस दौरान कई मिशन पूरे करेंगे…अभी एक पूरी टीम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि स्टेशन पर बिताया गया हर मिनट सही काम के लिए लगे… मैं इस मिशन के माध्यम से अपने देश की एक पूरी पीढ़ी की अंतरिक्ष में जिज्ञासा जगाने की उम्मीद कर रहा हूँ ताकि आगे और भी ऐसे ही मिशन हो सकें।”

उन्होंने इस मिशन के दौरान कुछ चीजें भारत से ले जाने का भी मन बनाया है। उन्होंने कहा, “मेरा इस दौरान एक निजी एजेंडा भी है, मैं स्टेशन पर अपने अनुभव को फोटो और वीडियो के में कैद करके उन्हें भारतीयों को दिखाना चाहूँगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं चाहता हूँ कि वे इस रोमांचक अनुभव को मेरी आँखों से देखें। मेरा मानना है कि यह सिर्फ मेरी नहीं बल्कि 140 करोड़ लोगों की यात्रा है।” शुभांशु शुक्ला ने कहा है कि वह ISS पर योग करने की भी योजना बना रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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