मथुरा के कोसीकलाँ हाइवे से एक ऐसी घटना आई है, जिससे पुलिस वाले भी हैरान हो गए। एक युवक सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाता हुआ बाइक से चला जा रहा था। वो अकेले नहीं था बल्कि उसके साथ उसकी गर्भवती पत्नी भी थी। पत्नी के अलावा वो अपने 6 बच्चों को भी बाइक से लेकर जा रहा था। वो अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए ले जा रहा था। खुर्जा में जब पुलिस ने उसे रोका तो उसने बताया कि उसकी पत्नी के पेट में दर्द है और डिलीवरी के लिए उसे ले जा रहा है।
वो हॉस्पिटल जा रहा था और उसने मेडिकल इमरजेंसी की बात बताई थी, इसीलिए पुलिसकर्मियों ने उसे जाने दिया। ये घटना गुरुवार (अप्रैल 16, 2020) की सुबह 10:30 की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अरशद अपनी बाइक पर अपनी पत्नी मुवीना और 6 बच्चों को बिठा कर हॉस्पिटल जा रहा था। इतने लोगों को एक ही बाइक पर बैठे देख कर उसे पुलिसकर्मियों ने रोका और सवाल पूछे। उसने अपना दुखदुखड़ा सुनाया तो पुलिस ने उसे तुरंत जाने की इजाजत दे दी।
अरशद के परिवार में उसके और उसकी पत्नी के अलावा कोई वयस्क व्यक्ति नहीं था, इसलिए वो पूरे परिवार को ही बाइक पर बिठा कर हॉस्पिटल ले जा रहा था। तस्वीरों में स्पष्ट दिख रहा है कि उसके बच्चों ने मास्क तक नहीं पहना हुआ था। स्वास्थ्य विभाग बार-बार कह रहा है कि घर के बच्चों और बुजुर्गों का कोरोना से बचाव को लेकर ज्यादा ख्याल रखें। अरशद के सभी 6 बच्चे बिना मास्क के थे।
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बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच इस तरह की हरकत की गई हो। निजामुद्दीन के मरकज में हुए मजहबी कार्यक्रम से लेकर पुलिसकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों पर हमले तक, इससे बड़ी-बड़ी कई घटनाएँ सामने आई हैं, जिनमें न सिर्फ़ कोरोना को लेकर सरकारी दिशा-निर्देशों, बल्कि क़ानून का भी जम कर उल्लंघन किया गया। यूपी में ऐसे कई मामलों में सख्ती से निपटा गया।